जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला परिषद् हाल धर्मशाला में आज मानव तस्करी और यौन शौषण विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष व जिला एवं सत्र न्यायधीश एसएल शर्मा ने की। उन्होंने बताया कि मानव तस्करी एवं यौन शोषण से जुड़ी समस्या हर जगह व्याप्त है यहां तक कि यह हमारे घरों तक भी पहुंच गई है।
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उन्होंने कहा कि यौन शोषण की समस्या घरों से शुरू हो जाती है जिसके खिलाफ सामाज को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी एक ऐसी समस्या है, जिसमें किसी को उसकी मर्जी के विरूद्व एक जगह से दूसरी जगह शोषण के लिए ले जाया जाता है, इसमें बंधुआ मजदूरी, घरेलू मजदूरी तथा यौन शोषण शामिल हैं। उन्होंने इस समस्या के निपटारे तथा समाज में व्यापक जागरूकता लाने के लिए गैर सरकारी संस्थाओं, मीडिया, पुलिस इत्यादि से मिलकर कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि विधिक सेवाओं के माध्यम से जिला स्तर पर मानव तस्करी एवं यौन शोषण को लेकर अधिवक्ताओं का एक पैनल गठित किया गया है जो पीडि़तों को नि:शुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए उनका मागग् दर्शन करता है। इसके अलावा जिला में पैरा लीगल वालन्टियर भी तैनात किए गए हैं, जिनके माध्यम से भी जानकारी दी जाती है। साथ ही मानव तस्करी एवं यौन शोषण के शिकार लोगों के पुनर्वास के लिए महिला एवं बाल विकास तथा कल्याण विभाग के माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उन्हें लाभान्वित किया जाता है।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव नेहा दहिया ने नालसा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मानव तस्करी एवं यौन शौषण से जुड़े विषय के विभिन्न पहलुओं एवं कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस संवेदनशील समस्या के निपटारे के लिये मानव तस्करी एवं यौन शोषण के शिकार लोगों को सामाजिक संरक्षण भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि मानव तस्करी के तीन प्रमुख कारण ऊभर कर सामने आते हैं जिनमें बंधुआ मजदूरी, घरेलू नौकर तथा यौन शोषण शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए एक ट्रैफिक प्रोटोकोल बनाया गया है जिसके तहत पीडि़तों को विभिन्न स्तर पर मदद पहुंचाने के साथ-साथ न्याय का भी प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर अधिवक्ता बॉबी मराठा ने मानव तस्करी और पुलिस उप निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार ने मानव तस्करी इकाई और इसकी कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट विवेक शर्मा, अंकाक्षा डोगरा, मोबाईल ट्रैफिक मैजिस्ट्रेट विशाल तिवारी, जिला न्यायवादी राजेश वर्मा, बार एसोसिएशन अध्यक्ष डीसी राणा, विधिक सेवा समिति के सदस्य, चाईल्ड हैल्प लाईन, बाल संरक्षण कार्यालय के प्रतिनिधि, कॉर्ड व उत्थान एनजीओ प्रतिनिधि, बाल आश्रम दाड़ी व बालिका आश्रम गरली की बच्चियां सहित पैरा लीगत वालेन्टीयरों ने भाग लिया।
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