अमेरिका
के वरमोंट विश्वविद्यालय के मुस्तफा चोपान ने बताया, ‘‘ट्रांसिएंट
रिसेप्टर पोटेंसियल (टीआरपी) चैनल्स, जो कैप्सीचीन जैसे एजेंटों के
प्राथमिक रिसेप्टर्स होते हैं, जोकि मिर्च का प्रमुख तत्व है। उसकी जीवनकाल
को बढ़ाने में कोई भूमिका हो सकती है।’’
चोपान
ने बताया, ‘‘माना जाता है कि कैप्सीचीन ही मोटापे को घटाने और धमनियों में
रक्त प्रवाह को नियंत्रिण करने में सेलुलर और आणविक तंत्र में अपनी भूमिका
निभाता है। साथ ही इसमें माइक्रोबियल विरोधी गुण होते हैं जो ‘संभवत:
आंतों के माइक्रोबायोटा में बदलाव कर अप्रत्यक्ष तौर पर उस व्यक्ति के
जीवनकाल को बढ़ाने में योगदान करता है।’’
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