सभी ग्रहों में सूर्य पुत्र भगवान शनिदेव को सबसे कू्रर ग्रह माना गया है। भगवान शनिदेव हर राशि में विचरण करते हैं। किसी राशि में शनिदेव ढाई वर्ष तो किसी राशि साढे सात वर्ष तक रहते हैं। भगवान शनिदेव को कर्मो के अनुसार दण्ड देने का प्रतीक माना जाता है।
जो जैसा कार्य करता है भगवान शनिदेव उसे वैसा ही दण्ड देते हैं। जिस किसी भी कुण्डली में शनिदेव विराजमान होते हैं वे इंसान हमेशा परेशान रहते हैं। शास्त्रों के अनुसार कुछ उपाय करने से शनिदेव शांत रहते हैं और उस इंसान को शनिदेव कम परेशान करते हैं।
सोमवार को करें ये आसान उपाय, बनी रहेगी भगवान शिव की कृपा
महाशिवरात्रि 2025: ऐसे करें शिवलिंग पर जलाभिषेक, जानें पूजा विधि
राशिफल : करना होगा कार्यशैली में बदलाव, रखना होगा धैर्य, जानिये 12 राशि के जातकों का हाल
Daily Horoscope