लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ को वनराज यानी शेर से काफी प्यार है। मुख्यमंत्री के आदेश पर उप्र के वन
माफियाओं के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए माफियाओं का ब्यौरा जिला स्तर पर खंगाला जा
रहा है। इसका मतलब साफ है कि अब वन माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी प्रदेश सरकार
ने कर ली है।
सूत्रों के अनुसार, चिड़ियाघर में बंद शेरों को इन दिनों मांस के बजाए मुर्गे की मीट खिलाकर
काम चलाया जा रहा है। इसके साथ ही वन माफियों पर भी नकेल कसने की तैयारी आरंभ हो
गई है।
जनकारी के अनुसार, प्रदेश सरकार अवैध पेड़ों
की कटाई को बंद करना चाहती है। इसे लेकर प्रदेश सरकार के वनमंत्री दारा सिंह चौहान
द्वारा सभी जिलों के डीएफओ से वन माफियाओं की सूची मांगी है। इसके साथ ही प्रदेश
भी आरा मशीनों का भी ब्यौरा मांगा गया है।
विभाग को जानकारी मिली है कि एक लाइसेंस से कई आरा मशीनों का संचालन
किया जा रहा है। इसके साथ ही अब यदि कहीं अवैध कटान की शिकायत आती है। इसके लिए
डीएफओ को जिम्मेदार माना जाएगा। इस तरह प्रदेश सरकार वन माफियाओं के साथ ही अवैध
आरा मशीनों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
-आईएएनएस
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