औरैया। रामलीला कमेटी के तत्वावधान में रविवार की दोपहर भव्य शिव बारात तिलक नगर स्थित प्रदर्शनी स्थल से निकाली गई। सोमवार 30 सितंबर से रामलीला महोत्सव का शुभारंभ होगा। रामलीला का आयोजन तिलक नगर स्थित प्रदर्शनी पंडाल में होगा। रामलीला के मुख्य आकर्षण भव्य विशाल शिव बारात का रहा। इसके अलावा विशाल धनुष यज्ञ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार को विजयदशमी महोत्सव एवं रावण दहन 12 अक्टूबर शनिवार को होगा।
उपरोक्त जानकारी रामलीला कमेटी के अध्यक्ष एवं कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा दी गई है। शिव बारात को जिलाधिकारी डा इन्द्रमणि त्रिपाठी एवं अपर पुलिस अधीक्षक आलोक मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रामलीला कमेटी के द्वारा रामलीला महोत्सव के तहत शिव बारात निकाली गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यह शिव बारात तिलक नगर स्थित प्रदर्शनी स्थल से डीजे व बैंड बाजों के साथ प्रारंभ होकर संजय गेट होते हुए इटावा रोड, अस्पताल गेट, सूर्या टाकीज, ब्लॉक गेट, पंडित गेंदालाल दीक्षित चौराहा, फफूंद रोड, फायर स्टेशन, जिला जजी, जनक दुलारी इंटर कॉलेज, पुराना फफूंद रोड, बड़ी माता मंदिर, पक्का तालाब, गोविंद नगर गेट, समता विद्यालय, दिबियापुर रोड स्थित भोलेश्वर मंदिर, स्टेट बैंक, तहसील, क्रय विक्रय, सुभाष चौक, कानपुर रोड, ब्रह्मनगर होते हुए पुनः प्रदर्शनी स्थल पर पहुंचकर संपन्न हुई।
शिव बारात के दौरान जगह-जगह पर शिव बारात का स्वागत सम्मान किया गया।
बारात में रथों पर भगवान परशुराम, कुबेर भगवान, ब्रह्मा जी, नारद जी सहित लंकापति रावण, नौ देवियों का रूप मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, मां कुष्मांडा सहित अन्य देवियों को रथों पर सवार किया गया था। विभिन्न देवी-देवताओं के साथ शिव जी की सजीव झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। इसके साथ ही भूत पिशाच भी बारात के साथ चल रहे थे। यह भूत पिशाच बच्चों में सिहरन पैदाकर रहे थे। शिव बारात के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से चौक-चौबंद रही।
इस मौके पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सहित राजकुमार सक्सेना, चंदू तिवारी, लालजी तिवारी, अनुराग त्रिपाठी, अभिषेक तिवारी, गोपालजी दुबे, रविकांत बाजपेई, सतीश यादव, कमलकांत वर्मा, शिवदास वर्मा, रविंद्र भदोरिया, गौतम शुक्ला, सुनील दुबे, पूरन पांडे, संदीप त्रिपाठी, अवधेश मिश्रा आदि लोग शामिल रहे। शोभा यात्रा का कई जगहों पर स्वागत किया गया। इसके साथ ही रथों पर सवार देवी देवताओं की सजीव झाकियों का आरती उतारकर स्वागत किया गया।
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