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यूनानी मेडिकल कॉलेज में चर्म रोग के विषय पर सेमिनार का आयोजन
khaskhabar.com: सोमवार, 23 जून 2025 7:19 PM
टोंक। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के संघटक यूनिवर्सिटी कॉलेज आफ युनानी टोंक में मानव संसाधन विकास केंद्र के संयोजन से सोमवार को प्रीवेंशन एंड मैनेजमेंट ऑफ स्किन डिजीज इन यूनानी सिस्टम ऑफ मेडिसिन के विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें एसोसिएट प्रो. डॉ. सरफराज अहमद ने व्याख्यान दिया।
सेमिनार में मुख्य अतिथि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति रहे उन्होंने कहा कि त्वचा रोग सबसे आम मानवीय बीमारियों में से एक है पिछले कुछ दशकों में त्वचा रोगों की व्यापकता बढ़ी है और ये दुनिया भर की स्वास्थ्य सेवाओं पर एक महत्वपूर्ण बोझ डालते हैं। इस तरह की सेमिनार से त्वचा रोग के व्यापक प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि छात्रों को ईमानदारी और मेहनत से अपने अध्ययन पर ध्यान देना चाहिए और एक कामयाब चिकित्सक बनकर समाज की सेवा करना चाहिए। कुलगुरु ने यूनानी कॉलेज में जारी कार्य एवं चिकित्सालय बग्गी खाना टोंक में चल रहे रिनोवेशन एवं रिपेयरमेंट के कार्य का निरीक्षण किया एवं प्रगति रिपोर्ट ली एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
यूनिवर्सिटी कॉलेज आफ यूनानी टॉम के नोडल ऑफिसर डॉ. राकेश कुमार शर्मा एवं प्रो. गोविंद प्रसाद गुप्ता मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर सेमिनार में विशिष्ट अतिथि रहे। डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर चर्म रोग होने की संभावना अधिक रहती है सेमिनार की सराहना करते हुए कहा कि सेमिनार में चर्म रोग के कारण और निदान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही चर्म रोगों से बचने के उपायों के बारे में भी बताया गया। डॉ. सरफराज अहमद ने चर्म रोग विषय पर व्याख्यान में यूनानी मेडिसिन में प्रयोग होने वाली असरकारक औषधियां को रेखांकित करते हुए बताया कि यूनानी मेडिसिन में चर्म रोगों का बहुत ही सफल इलाज मौजूद है और यूनानी चिकित्सालय बग्गी खाना टोंक में दूर दराज से लोग चर्म रोग का इलाज करने आते हैं एवं रोगों से मुक्ति पाते हैं।
उन्होंने कहा कि चर्म रोग एक्जिमा, मुहासे, स्कीन एलर्जी, ल्यूकोडरमा सहित कई तरह के होते हैं। रोगों से बचाव के लिए संक्रमित द्वारा उपयोग किये गये सामाग्री से दूर रहें, इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाने के लिए ताजे फल, प्रोटीन, आयरन को आहार में शामिल करें। पानी, ग्रीन टी, लस्सी, जूस आदि लें, तंग कपडे ना पहनें, सिंथेटिक कपड़ों का भी बिलकुल प्रयोग ना करें, सेमीनार में डॉ. मोहम्मद अकमल, डॉ. शाहिद अली खान, डॉ. राशिद अली खान, डॉ. खालिद अली खान, डॉ. जीशन अली, डॉ. आसिफ अहमद खान, डॉ. अनिसुर रहमान, डॉ. साएमा, डॉ. मरगूब, डॉ. खतीब अहमद, डॉ. सैफी डॉ. शाहिद हसन आदि शिक्षक, चिकित्सक, इंटर्न, छात्र एवं अन्य स्टॉफ मौजूद रहे।
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