जयपुर। सीआरपीएफ जवान नरेश जाट के आत्महत्या करने के चार दिन बाद गुरुवार को उनकी छह साल की बेटी के हाथों राजस्थान के पाली जिले में उनका अंतिम संस्कार कराया गया। अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए। पुलिस ने कहा था कि जाट ने सोमवार को आत्महत्या कर ली थी। जाट के परिवार के सदस्य आत्महत्या के लिए उकसाने और परिवार को मुआवजा देने के लिए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर 11 जुलाई से प्रदर्शन कर रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जाट के आत्महत्या करने के चार दिन बाद, उनके परिवार और समुदाय के सदस्यों द्वारा उठाई गई मांगों पर आम सहमति बनने के बाद उनके शव को उनके गांव ले जाया गया।
सीआरपीएफ की एडीजी रश्मि शुक्ला गुरुवार को जोधपुर पहुंची और कहा कि परिवार की सभी मांगों को मान लिया गया है, इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया जाएगा।
जाट की पत्नी को नौकरी देने की मांग को भी स्वीकार कर लिया गया है, शुक्ला ने कहा कि उनकी बेटी की 12वीं कक्षा तक शिक्षा की जिम्मेदारी भी वहन की जाएगी।
जाट का पोस्टमार्टम 11 जुलाई को किया गया था। हालांकि, उनके परिवार के सदस्यों ने उनका शव लेने से इनकार कर दिया था और अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी शामिल थी।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी आयोग के गठन की मांग की ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
--आईएएनएस
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