जयपुर
। राजस्थान विधानसभा चुनाव - 2018 को लेकर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन
अधिकारी आनंद कुमार ने राज्य के सभी संभागीय आयुक्तों और जिला निर्वाचन
अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चुनावी तैयारियों का
जायजा लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव से जुड़े अधिकारियों की
नियुक्ति एवं प्रशिक्षण, संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों की
पहचान, उन पर सुदृढ़ कानून व्यवस्था, वेबकास्टिंग की व्यवस्था, सी-विजल एप
के प्रशिक्षण की स्थिति सहित कई मतत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने
मतदान केंद्रों से जुड़ी गाइड लाइन को साझा किया।
उन्होंने मतदाता जागरूकता
के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों जैसे स्काउट, एनसीसी, एनएसएस के
मतदान केन्द्रों पर स्वयंसेवकों की नियुक्ति, वोटर गाइड का वितरण, स्थानीय
निकायों की साइट्स पर होर्डिग्स लगाना, पोलिंग स्टेशन पर हेल्पडेस्क की
स्थापना और ईवीएम और वीवीपैट से जुड़ी जानकारियों के प्रचार-प्रसार के लिए
भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रारूप 7
एवं स्वविवेक के आधार पर नाम विलोपित नहीं किए जा सकेंगे। चुनाव की घोषणा
के बाद मतदाता सूची से नाम का विलोपन नहीं करने के आयोग के निर्देश
हैं। उन्होंने शत प्रतिशत फोटो युक्त मतदाता पहचान पत्र (इपिक कार्ड) तैयार
करने और उनका समय रहते वितरण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने मतपत्रों की तैयारी एवं प्रेषण, डाक
मतपत्रों की तैयारी एवं मुद्रण, ईटीपीबीएस, मतपत्रों की तैयारी एवं मुद्रण,
ईवीएम-वीवीपैट की उपलब्धता, वैधानिक फाॅम्र्स एवं सामग्री की व्यवस्था,
असाविधिक फाॅम्र्स व सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।
जिला स्तर पर क्रय किए जाने वाली समस्त सामग्री विशेषकर वोटिंग कपार्टमेंट
की स्थिति, शिकायतों का निस्तारण अविलम्ब निर्धारित समयावधि में करने, आचार
संहिता का पालन सुनिश्चित करने एवं मुख्यालय से प्रेषित की जाने वाली
शिकायतों का अविलम्ब निस्तारण करने और लेखा-शाखा द्वारा बजट का आवंटन एवं
विभिन्न दरों का निर्धारण एवं तद्नुसार पालन करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने
चुनाव के दौरान मतदान कार्मिकों की
उपलब्धता, प्रशिक्षण तथा डाटा तैयार करना तथा असहाय कार्मिक को मतदान कार्य
से मुक्त रखने तथा मतदान कार्मिकों को पदभार, ग्रेड-पे अर्थात वरिष्ठता का
ध्यान रखते हुए मतदान दलों में नियुक्त करने, अन्य अधिकारियों एवं
कर्मचारियों जैसे-सेक्टर आॅफिसर-जोनल मजिस्ट्रेट आदि की नियुक्ति एवं
मजिस्ट्रेट पावर दिलवाने के संबंध में भी जिला निर्वाचन अधिकारियों को
निर्देश दिए। उन्होंने मतदान दल रवानगी स्थलों की पहचान एवं आवश्यक
व्यवस्थाएं जैसे-समन्वय अधिकारी की नियुक्ति, प्रशिक्षण, पर्याप्त छाया,
पानी आदि की व्यवस्था के साथ वाहनों की आवश्यकता सुनिश्चित करने के निर्देश
दिए। उन्होंने विधानसभा क्षेत्रों के संदर्भ में पर्यवेक्षकों, लाइजनिंग,
सेक्टर, जोनल एवं मतदान दलों के लिए समुचित मात्रा में श्रेणीवार वाहनों का
आकलन एवं व्यवस्थाएं करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। वीडियो
कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डाॅ. रेखा गुप्ता,
डाॅ. जोगाराम सहित अऩ्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।
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