लाभ पंचमी - बुधवार, 6 नवम्बर 2024
लाभ पंचमी पूजा मुहूर्त - 06:41 से 10:24 एएम ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पंचमी तिथि प्रारम्भ - 6 नवम्बर 2024 को 12:16 एएम बजे
पंचमी तिथि समाप्त - 7 नवम्बर 2024 को 12:41 एएम बजे
- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी -
बांसवाड़ा। लाभ पंचमी, जिसे सौभाग्य लाभ पंचमी भी कहा जाता है, का विशेष महत्व है। यह पर्व व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि यह कार्य और व्यवसाय में लाभ के लिए भाग्य के साथ जुड़ा हुआ है। दीपावली के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले इस पर्व का उत्साह व्यापारी वर्ग के बीच खासतौर पर देखा जाता है।
लाभ पंचमी के दिन व्यापारी अपने पुराने खाता-बही में नए साल की शुरुआत करते हैं। यह दिन व्यापारियों के लिए एक नए आरंभ का प्रतीक है, जब वे अपने खाता-बही के पहले पृष्ठ पर बाईं ओर "शुभ" और दाईं ओर "लाभ" लिखते हैं। बीच में वे 'सातिया' बनाते हैं, जो इस दिन की शुभता को दर्शाता है।
इस विशेष अवसर पर व्यापारी अपने व्यापार में सफलताओं के लिए श्री गणेश और देवी लक्ष्मी का ध्यान करते हैं। देवी लक्ष्मी को समृद्धि और धन की देवी माना जाता है, इसलिए इस दिन उनके स्वागत के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। व्यापारी इस दिन अपनी सभी गतिविधियों को नए सिरे से आरंभ करते हैं, ताकि उन्हें अपने व्यवसाय में अधिक लाभ और सफलता मिले।
लाभ पंचमी के दिन, बाजारों में खास तैयारियां की जाती हैं। व्यापारी अपने ग्राहकों को विशेष छूट और आकर्षक ऑफर्स भी प्रदान करते हैं। इससे न केवल व्यवसाय में वृद्धि होती है, बल्कि ग्राहकों के साथ संबंध भी मजबूत होते हैं।
लाभ पंचमी का यह पर्व न केवल व्यापारियों के लिए, बल्कि सभी के लिए एक सकारात्मक ऊर्जा और नए अवसरों का संकेत देता है।
इस दिन मनाए जाने वाले विभिन्न समारोहों और गतिविधियों में भाग लेकर लोग अपने जीवन में नए बदलाव और सफलता की उम्मीद जगाते हैं। इस तरह, लाभ पंचमी का पर्व बांसवाड़ा में व्यापारी वर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो उनके व्यापारिक जीवन में नई ऊर्जा और समृद्धि लाने का कार्य करता है।
राशिफल: ऐसे बीतेगा 12 राशि के जातकों का 7 दिसम्बर 2024 का दिन
विवाह पंचमी आज: जानिये समय और पूजा मुहूर्त व विधि
शनिवार से वक्री होने जा रहे हैं मंगल, इन राशि के जातकों पर होगा अशुभ प्रभाव
Daily Horoscope