कीरतपुर साहिब। सीआरपीएफ के जवान तिलक राज, जिनका कल श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान निधन हो गया, को कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब के पास स्थित श्मशान घाट में सरकारी सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। तिलक राज 132 बटालियन के तहत श्रीनगर में तैनात थे।
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उनके भाई विजय कुमार, जो स्वयं भी सीआरपीएफ में कार्यरत हैं, ने बताया कि तिलक राज 23 अक्टूबर को छुट्टी पर गए थे, लेकिन ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां थोड़े समय के लिए उनकी हालत में सुधार आया, लेकिन दुर्भाग्यवश कल उनकी स्थिति फिर से खराब हो गई और उन्होंने अंतिम सांस ली।
अंतिम संस्कार के दौरान, सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडर नितन तवर ने बताया कि जवान की मृत्यु से केवल परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे बल को भी गहरा नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि सीआरपीएफ हर संभव मदद के लिए परिवार के साथ खड़ा रहेगा और जब भी परिवार को जरूरत होगी, वह उनके साथ रहेंगे।
तिलक राज को श्रद्धांजलि देने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों से रिश्तेदार और स्थानीय लोग भी पहुंचे। उनकी याद में फूलों की माला चढ़ाई गई और अंत में उनके बेटे अमनदीप सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस अवसर पर तिलक राज की शहादत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा गया कि हमें अपने देश की सेवा का मार्गदर्शन लेना चाहिए, क्योंकि शहादत का अर्थ है देश के प्रति निष्ठा।
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