राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
(एनएसए) अजित डोभाल की गुप्त कश्मीर यात्रा ने अफवाहों को हवा दे दी। कहा
गया कि वे अमरनाथ यात्रा के लिए आए थे। लेकिन क्या एनएसए के पास श्रीनगर
में तीन दिन बिताने का समय है?
अधिकारियों ने कहा कि यहां रुकने के
दौरान उन्होंने (डोभाल) किसी सुरक्षा बैठक में हिस्सा नहीं लिया। लेकिन यह
किसी ने नहीं कहा कि वह छुट्टी पर हैं।
खबरों के मुताबिक, अमरनाथ गुफा के पास एक टेंट में उन्होंने थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत से मुलाकात की।
डोभाल
सभी को असमंजस में डालकर घाटी से चले गए। क्या उन्होंने किसी को भी
विश्वास में नहीं लिया? एक नाम जरूर है, जिस पर प्रधानमंत्री और एनएसए का
विश्वास है, वह हैं बी.वी.आर. सुब्रमण्यम। उन्हें कश्मीर में दिल्ली की
आंख, कान और विश्वासपात्र हाथ माना जाता है।
सुब्रमण्यम साल 2004 से
2008 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निजी सचिव रहे थे।
उन्होंने 2008 और 2011 में विश्व बैंक में काम किया और इसके बाद मार्च 2012
में वह इससे दोबारा जुड़ गए।
(आईएएनएस)
राहुल गांधी ने कहा-दुनिया में ऐसी शक्ति नहीं है जो हिंदुस्तान के संविधान को बदल सके
भाजपा के गोदाम में देश के सब भ्रष्टाचारी : अखिलेश यादव
नीतीश कुमार ने किया लालू यादव पर हमला, कहा- इतना ज्यादा बाल-बच्चा पैदा नहीं करना चाहिए...
Daily Horoscope