शहरी विकास मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश
के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद
कर रही है, ताकि उचित मार्गदर्शन के अभाव में अथवा आर्थिक तंगी के कारण
किसी भी विद्यार्थी की तैयारी प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि बारहवीं
कक्षा के विद्यार्थियों को जेईई मेन, एनईईटी इत्यादि परीक्षाओं तथा अन्य
उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश हेतू कोचिंग की आवश्यकता होती
है। इसके अलावा महाविद्यालय से निकले हुए छात्रों को रोजगारपरक प्रतियोगी
परीक्षाओं की तैयारी की जरूरत होती है। उन्होंने कहा इस उद्देश्य की
प्राप्ति के लिए प्रदेश सरकार ‘‘मेधा प्रोत्साहन योजना’’ शुरू की है। इसके
तहत बच्चों को राज्य में अथवा राज्य से बाहर कोचिंग के लिए सहायता उपलब्ध
करवाई जाएगी।
सरवीन चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी काल में अनुशासन,
परिश्रम की आदत बनानी चाहिये ताकि इसका लम्बे समय तक लाभ मिल सके। उन्होंने
कहा कि सभी बच्चों को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए तथा उसी
के आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि
ज्ञान बढ़ाने के लिए पुस्तकों का अध्ययन जरूरी है इसके साथ ही महान लोगों की
जीवनी के बारे में भी जानना जरूरी है इससे हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती
है। उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षा के साथ खेल तथा अन्य सांस्कृतिक
गतिविधियों में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने बच्चों को
नशे की बुराई से दूर रहने तथा अन्य बच्चों को भी इस बुराई से दूर रहने के
लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा
प्रदान करने में भी शिक्षक अपना योगदान सुनिश्चित करें ताकि बच्चे देश तथा
समाज का नाम रोशन कर सकें।
लोकसभा चुनाव 2024 : देश की 102 सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा मतदान
लोकसभा चुनाव 2024: देश की 102 सीटों पर कुल 59.71% मतदान दर्ज
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
Daily Horoscope