नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्वीकार किया कि उसके आईटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमित मालवीय द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा निर्वाचन आयोग (ईसी) से पहले करना गलत है। भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि ट्वीट टीवी चैनलों की खबरों पर आधारित था। भाजपा के वरिष्ठ नेता और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ईसी के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, ऐसा नहीं होना चाहिए था, मैं सहमत हूं। नकवी के साथ भूपेंद्र यादव, अनिल बलूनी और पार्टी के अन्य नेता भी थे। दरअसल, भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमित मालवीय ने निर्वाचन आयोग की घोषणा से पहले ही ट्वीट कर कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी। बाद में उन्होंने वह ट्वीट हटा लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नकवी ने कहा, हमने अपने आईटी अध्यक्ष द्वारा चुनाव तारीखों पर किए गए भ्रामक ट्वीट को लेकर निर्वाचन आयोग को स्पष्टीकरण दिया है। हमने कहा कि यह टीवी चैनलों की खबर पर आधारित है। यह खबर सूत्रों के आधार पर दी जा रही थी। इसके पीछे ईसी की प्रतिष्ठा का अपमान करने की कोई मंशा नहीं थी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का सम्मान, स्वंतत्रता और निष्पक्षता भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है और संस्था को कमजोर करने का किसी भी तरह का कोई प्रयास नहीं होना चाहिए।
भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सम्मान का जिक्र करते हुए राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव ने कहा, कर्नाटक की कांग्रेस इकाई के आईटी अध्यक्ष श्रीवत्स ने भी ईसी की घोषणा से पहले ही चुनाव तारीखों को लेकर ट्वीट किया था और बाद में अपने पहले ट्वीट की पुष्टि के लिए स्पष्टीकरण वाला ट्वीट भी किया था। यादव ने कहा, दुर्भाग्यवश, कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही छोटे-छोटे मुद्दे को बड़ा बना देती है, उन्हें आत्मविश्लेषण करना चाहिए। भाजपा हमेशा से ही देश की संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करती रही है और उन्हें लोकतांत्रिक रूप से मजबूती देती रही है।
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