पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 'सड़क छाप' वाले बयान के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत महागठबंधन के नेताओं ने राजभवन मार्च किया। महागठबंधन के नेताओं ने राजभवन जाकर राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अमर्यादित बयान के लिए माफी मांगने के निर्देश देने की मांग की गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हालांकि, इस पदयात्रा में किसी भी पार्टी के बड़े नेता शामिल नहीं हुए।
राजद, कांग्रेस के अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम), विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी), लोजद के लोग पटना के इनकम टैक्स गोलंबर के पास इकट्ठा हुए और वहां से 'विरोध मार्च' शुरू किया।
विरोध मार्च के हड़ताली मोड़ पर पहुंचने के बाद इसमें शामिल लोगों को जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो ये लोग हंगामे पर उतर आए।
बाद में, सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन गया, जहां राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया।
कोरोना टीकाकरण से संबंधित नहीं हैं कर्नाटक, यूपी में हुई मौत - स्वास्थ्य मंत्रालय
लाल किले में मृत कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि, 26 जनवरी तक पर्यटकों के लिए रहेगा बंद
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने सवाल क्या पूछे, राहुल गांधी भाग गए - जावडेकर
Daily Horoscope