हिसार। जाट आरक्षण आंदोलन की गूंज मंगलवार को दिल्ली में सुनाई देगी। मंगलवार को आंदोलनकारी दिल्ली के बवाना में प्रदर्शन करेंगे। वहीं अब आंदोलनकारियों ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है। जानकारी के अनुसार जाट नेताओं का कहना है कि महम और सांपला क्षेत्र के आज दूध विक्रेता दिल्ली दूध लेकर नहीं जाएंगे। दूसरी ओर, हरियाणा में धरनास्थलों पर आंदोलनकारियों की भीड़ लगतार बढ़ रही है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक लगातार विभिन्न जगहों पर धरनास्थ्लों पर पहुंच रहे हैं। मलिक सोमवार को सिरसा, फतेहाबाद और हिसार के धरनों पर पहुंचे। वह आज भी कई धरनास्थलों पर जाएंगे। सोमवार को हिसार के रामायण रेलवे ट्रैक के पास चल रहे धरने पर पहुंचे मलिक ने कहा कि भाजपा के तीन जाट नेताओं को बिरादरी से निकाला जाएगा। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के महासचिव अशोक बल्हारा ने कहा कि शीघ्र बात नहीं बनी तो दिल्ली के रास्ते बंद किए जाएंगे। सांपला व महम के जो लोग दिल्ली में दूध लेकर जाते हैं वह आज मंगलवार को वह दूध लेकर दिल्ली नहीं जाएंगे। जसिया धरने पर 20 से 25 क्विंटल दूध लेकर आएंगे। गौरतलब है कि जाट आरक्षण आंदोलन प्रदेश के बीस जिलों में चल रहा है। [@ जानिए कहां रहते थे अंतिम हिंदू सम्राट विक्रमादित्या, क्या है नाम..]
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