इस ट्वीट के साथ ही कैलाश ने एक पोस्टर भी
शेयर किया है जिसमें एक ओर प्रधानमंत्री हैं तो दूसरी ओर राहुल गांधी है।
इस फोटो में लिखा है कि चांदी का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुआ रईस भी फटे
कुर्ते पहनता है और कोई काबिल हो तो चाय वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है।
विजयवर्गीय ने कहा, फिल्मों का प्रचार करने की एक नई परंपरा है। प्रचार
करने वालों को कम से कम जनता की सुविधा का खयाल रखना चाहिए। अगर वे रेलवे
में अपनी फिल्म का प्रचार करते हैं तो आम आदमी को कष्ट भुगतना पडेगा। अगर
दाउद भी सामने आता है तो भीड उसे देखने आएगी। इसलिए, हम कम से कम भीड के
आधार पर तो लोगों की लोकप्रियता को नहीं आंक सकते। उन्होंने कहा कि लोगों
की सुविधाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए और फिल्म का प्रचार लोगों को
असुविधा पहुंचाए बिना किया जाना चाहिए।
102 सीटों पर मतदान शुरू, सबसे अधिक 39 सीटें तमिलनाडु में
पीएम मोदी ने मतदाताओं से भारी संख्या में मतदान कर नया रिकॉर्ड बनाने की अपील की
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में किया मतदान, लोगों से की वोट डालने की अपील
Daily Horoscope