नूहं। मेवात जिले में संस्थागत डिलीवरी के काम को बेहतर बनाने में सबसे अहम रोल अदा करने वाली करीब आधा दर्जन एम्बूलेंस खटारा हो चुकी हैं ,यानि अब तो सडक़ पर चलने लायक भी एम्बूलेंस नहीं बची हैं। सबसे अहम किलकारी गाड़ी की हालत तो बद से बदतर हो गई है। डिलीवरी हटों पर संस्थागत डिलीवरी के लिए आने वाली महिलाओं को अब इन गाडिय़ों में सफर करने में डर लगता है ,लेकिन मज़बूरी में इन्हीं गाडिय़ों में सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जिले की आबादी लगभग 11 लाख है। दर्जनों डिलीवरी हट स्वास्थ्य विभाग के नूंह जिले में चलते हैं। मेवात में कुल 17 गाडिय़ां हैं ,जिनमें से करीब आधा दर्जन कंडम हो चुकी हैं। दर्जन भर गाडिय़ों पर संस्थागत डिलीवरी का कामकाज टिका हुआ है। लगभग 49 चालक स्वास्थ्य विभाग के पास हैं। स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर एस के कौशिक ने बताया कि करीब पांच गाडिय़ों के कंडम होने के बारे में उपायुक्त मनीराम शर्मा से लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों स्तिथि से अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि गाडिय़ां मिलते ही स्तिथि में सुधार हो जायेगा। आरटीएस स्कीम के तहत जिले में पिछले कुछ सालों में एम्बुलेंस की मुफ्त सेवा मिलने से इलाके के लोगों का रुझान सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी को लेकर बढ़ा था ,लेकिन अस्पताल तक पहुंचाने वाली गाडिय़ां ही इन दिनों बीमार हैं। जिनके स्वास्थ्य को लेकर महिलाएं चिंतित हैं।
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