इस्लामाबाद। बर्लिन स्थित संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) की बीती 19 सालों की वार्षिक रिपोर्ट से पता चलता है कि इस दौरान पाकिस्तान (Pakistan) में सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ (Parvez Musharraf) की रही लेकिन मौजूदा इमरान (Imran Khan) सरकार की जांच के दायरे से यह बाहर है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इमरान सरकार का जोर केवल बीते दस सालों की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन)की सरकारों के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार पर है। यह दोनों दल प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल हर साल भ्रष्टाचार की हद और इससे जुड़े आंकड़ों पर रिपोर्ट जारी करती है।
इसमें विश्व के देशों की स्थिति का वर्णन होता है और संस्था भ्रष्टाचार की स्थिति के अनुसार देशों की सूची बनाती है। संस्था की रिपोर्ट से पता चलता है कि पाकिस्तान में सैन्य तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ की सरकार पीपीपी और पीएमएल-एन की सरकार की तुलना में कहीं अधिक भ्रष्ट थी। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की तरफ से जारी करप्शन पर्सेपशन इंडेक्स (सीपीआई) की सूची में दिखाया गया है कि 2018 का साल पाकिस्तान में सबसे कम भ्रष्टचार का साल रहा जिस दौरान पीएमएल-एन, अंतरिम सरकार और पीटीआई सत्ता में रहीं।
तेजस्वी की सभा में चिराग के परिवार के खिलाफ बोले गए अपशब्द का वीडियो वायरल, रिएक्शन भी मिला
मतदान से पहले अनिल बलूनी और पौड़ी गढ़वाल की जनता को पीएम मोदी का खत, दिया खास संदेश
भाजपा भ्रष्टाचारियों का गोदाम, गाजियाबाद से गाजीपुर तक होगा सफाया- अखिलेश यादव
Daily Horoscope