जकार्ता। इंडोनेशिया में रविवार को ज्वालामुखी लेवोटोबी के फटने से 10 लोगों की मौत हो गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी बीएनपीबी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने सोमवार को बताया कि इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में रविवार देर रात ज्वालामुखी लेवोटोबी फट गया था, जिसमें 10 लोग मारे गए।
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अब्दुल मुहारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, इनमें से नौ शव बरामद किए गए हैं, जबकि एक शव मलबे में फंस गया है।"
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मुहारी के हवाले से बताया कि ज्वालामुखी विस्फोट के कारण बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला गया है, जिसमें सात गांवों से 10,000 से अधिक प्रभावित निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मुहारी ने बताया कि स्थानीय निवासियों को ज्वालामुखी के आसपास 7 किलोमीटर के खतरे वाले क्षेत्र में प्रवेश करने से मना किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि लापता व्यक्तियों की तलाश के लिए बचाव अभियान जारी है। हालांकि, उन्होंने लापता लोगों की संख्या नहीं बताई।
मुहारी ने जोर देते हुए कहा, "ज्वालामुखी के 7 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ बचाव कर्मियों को जाने की अनुमति है, जो लापता पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं।"
मुहारी ने कहा कि आपातकालीन राहत प्रयासों में मदद के लिए स्थानीय सरकार ने 4 नवंबर से 31 दिसंबर 2024 तक आपात स्थिति की घोषणा की है।
इस बीच, बीएनपीबी के प्रमुख और कर्मचारियों के प्रभावित क्षेत्र में सोमवार रात तक पहुंचने की उम्मीद है, जहां वह आपदा प्रतिक्रिया समन्वय प्रयासों का नेतृत्व करेंगे।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन और मिटिगेशन एजेंसी के विश्लेषक रिचर्ड फेल्ट ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि विस्फोट के कारण रिहायशी इलाकों में आग लग गई है।
माउंट लेवोटोबी इंडोनेशिया के 127 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है।
--आईएएनएस
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