10 अप्रैल को निकला था पहले सफर पर... ये भी पढ़ें - सही समय पर दिखाने से एडी की बढ़ी हड्डी की सर्जरी से बच सकते है
आलीशान जहाज टाइटैनिक उस दौर में
विलासिता का दूसरा नाम था। इस पर सफर करना एक सपने को उडान देने जैसा था।
10 अप्रैल 1912 को यह अपने पहले सफर के लिए साउथप्टन से न्यूयार्क के लिए
निकला था। उस वक्त इस पर करीब 2223 लोग सवार थे। इस पर यात्रियों की
सुख-सुविधा का पूरा इंतजाम था। यही वजह थी कि इंग्लैंड और अमेरिका के
जाने-माने बिजनेसमेन इस जहाज से सफर कर रहे थे। खुद जहाज के मालिक इसके
पहले सफर के गवाह के रूप में इस पर सवार थे। तीन दिन इसके यात्रियों ने
इसकी सुख सुविधाओं का पूरा लुत्फ उठाया। लेकिन 14 अप्रैल उनके लिए मनहूसित
भरा था। अटलांटिक में अपने सफर को जारी रखते हुए यह जहाज लगातार आगे बढ रहा
था। लेकिन इसी दौरान एक बडा हिमखंड इस जहाज से टकरा गया जिससे विमान में
गहरी दरार बन गई थी।
दो हिस्सों में बंटा जहाज...
इस पानी के दबाव से
यह दरार और बढ गईं और देखते ही देखते जहाज में पानी भरना शुरू हो गया और
यह दो हिस्सों में बंट गया। इस जहाज पर इतनी लाइफ बोट नहीं थी कि सभी
यात्रियों को उनसे सुरक्षित बचाया जा सके। डूबते जहाज ने बचाव के लिए कई
सिग्नल भी दिए लेकिन तत्काल कोई राहत नहीं मिल सकी थी। एक दिन बाद वहां से
गुजर रहे कारपेथिया ने कुछ लोगों को जरूर बचा लिया था। इस हादसे में जो लोग
बचे उनके लिए यह दूसरा जीवन मिलने जैसा ही था।
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