नई दिल्ली। कृषि कानून पर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन बीते 70 दिनों से जारी है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को दिल्ली की जेलों में बंद आंदोलनकारियों की रिहाई और लापता हुए युवाओं के संबंध में चर्चा के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से इस प्रतिनिधिमंडल में प्रेम सिंह भंगू, राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, इंदरजीत सिंह व हरपाल सिंह मुंडल शामिल थे, जिन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ उनके गृहमंत्री सतेंद्र जैन के अलावा राघव चड्ढा और डॉ. बलबीर सिंह से मुलाकात की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने अब तक पता चले 29 लापता युवकों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी है, वहीं जेलों में बंद आंदोलनकारियों को सभी मानवीय सुविधाओं की मांग भी की है।
किसान नेताओं ने मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग करते हुए कहा कि इस जांच से पुलिस की ज्यादती सबके सामने आ सकेगी। मोर्चे के नेताओं ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है, ताकि 26 जनवरी की साजिश सबके सामने आ सके। किसान नेताओं ने कहा कि जब्त किए गए ट्रैक्टर और अन्य वाहन भी जल्द ही किसानों को वापस सौपें जाएं।
इस दौरान केजरीवाल ने आए किसानों को आश्वासन दिया है कि, जेल उनके शासन के अधीन है और वह जेल में बंद आंदोलनकारियों को कोई परेशानी नहीं होने देंगे।
किसान नेताओं को आश्वासन देते हुए कि केजरीवाल ने कहा कि वे उन मामलों पर देश के गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखेंगे जो मामले उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं हैं। वहीं इंटरनेट व्यवस्था को भी तुरंत शुरू करने की भी मांग करेंगे।
हालांकि, संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही जेल में बंद और लापता युवाओं को मुफ्त कानूनी सहायता और हर संभव मदद देने की घोषणा कर चुका है। (आईएएनएस)
वडोदरा-अहमदाबाद एक्सप्रेसवे पर ओवरलोड कार के ट्रक से टकराने से 10 की मौत
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में लिया चुनावी तैयारियों का जायजा
भारतीय-अमेरिकी छात्रा ने नासा का पावर टू एक्सप्लोर चैलेंज जीता
Daily Horoscope