नई दिल्ली। कश्मीर में मानव ढाल का इस्तेमाल किए जाने के बचाव को लेकर सेना प्रमुख बिपिन रावत के बयान की विपक्षी पार्टियों ने कड़ी आलोचना की, वहीं माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक सांसद के जनरल की ‘क्षमता’ पर संदेह से संबंधित बयान की भी निंदा हुई। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने हालांकि रावत का बचाव किया और कहा कि वह उनके बयान से ‘पूर्ण सहमत’ हैं और सेना कोई भी संभावित कार्रवाई कर सकती है, क्योंकि यह हालात की मांग है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विपक्षी पार्टियों ने सेना प्रमुख के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके जवान ‘गंदे युद्ध’ से मुकाबला कर रहे हैं, जिससे निपटने के लिए ‘नए तरीकों’ की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उन्हें आंतरिक मामलों पर राजनीतिक बयान देने से बचना चाहिए। पत्थरबाजों से निपटने के लिए कश्मीरी युवक को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने के लिए मेजर लितुल गोगोई का बचाव करते हुए रावत ने कहा कि भारत कश्मीर में एक ‘गंदे छद्म युद्ध’ से मुकाबला कर रहा है, जिसे ‘गंदे तरीके’ से निपटा जा सकता है।
इंदौर में रामनवमी पर हुआ बड़ा हादसा : एक मंदिर की बावड़ी की छत्त गिरी, 25 लोग दबे, 8को बचाया...देखें तस्वीरें
दुर्लभ बीमारियों के लिए दवाओं के आयात पर सीमा शुल्क से छूट
छत्रपति संभाजीनगर में गुटों के बीच झड़प, आगजनी व पथराव
Daily Horoscope