लखनऊ। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कई प्रकरणों में जांच के आदेश जारी किए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर एक्शन लिया जाएगा। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आमजन को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शुक्रवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रतापगढ़ के जिला एवं महिला अस्पतालों में मरीजों को बाहर की दवाएं लिखे जाने संबंधी मामले का संज्ञान लिया। संबंधित मुख्य चिकित्साधिकारियों को केवल जेनरिक दवाएं लिखने का आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि इस आदेश का कठोरता से अनुपालन किया जाए। अगर किसी चिकित्सक द्वारा बाहर की दवा लिखी जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं, नोएडा के सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई के आवासीय परिसर में लिफ्ट में आधे घंटे तक फंसे रहे दस वर्षीय बालक के मामले को भी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने निदेशक पीजीआई से इस संबंध में रिपोर्ट तलब कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
वहीं, जनपद बस्ती के सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं को समुचित उपचार न मिलने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लिया। समस्त सरकारी अस्पतालों को गर्भवती महिलाओं को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने व सरकारी योजनाओं को लागू किये जाने में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरतने के निर्देश जारी किए हैं।(आईएएनएस)
भूकंप का असर - इमारतें झुकने की शिकायतें आईं, दिल्ली दमकल विभाग सतर्क
असम विधानसभा ने हंगामे के बीच बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया
अमित शाह अगले 5 दिनों में 2 बार कर्नाटक का दौरा करेंगे
Daily Horoscope