लखनऊ। स्वच्छता सर्वेक्षण में 269वीं रैकिंग पर पहुंचे नगर निगम के लिए स्वच्छता
सर्वेक्षण 2018 में बड़ी चुनौती है। सीएम योगी आदित्यानाथ की नाराजगी के
बाद नगर निगम को रैकिंग बढ़ाने के लिए इस बार स्वच्छता एप पर ज्यादा फोकस
देना होगा। इस बार स्वच्छता रैंकिंग में मार्च से लेकर नवंबर तक स्वच्छता
ऐप पर प्रयोग अधिक करने पर अतिरिक्त नंबर मिलेंगे। यहां प्राप्त होने वाली
समस्याओं का निवारण होने के आधार पर स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में बोनस अंक
दिए जाएंगे। इस संबंध में स्थानीय निदेशक विशाल भारद्वाज की ओर से नगर निगम
को आदेश जारी किए गए हैं। बीते साल एप के प्रयोग में भागीदारी में 90
प्रतिशत तक की कमी हुई है। स्वच्छता एप को पिछले सर्वेक्षण में भी लागू
किया गया था। लेकिन प्रचार प्रसार में कमी के चलते नगर निगम इसके प्रभावी
तौर पर लागू कराने में असफल साबित हुआ है। सैनिटरी इंस्पेक्टरों द्वारा
स्वच्छता एप का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। साथ ही स्वच्छता संबन्ध में की
गई शिकायतों का निस्तारण भी नहीं किया जा रहा है। इससे नगर निकायों की ही
नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने नगर निगम के
वार्ड और शहर की सीमाओं का नक्शा डिजिटल करने के निर्देश दिए हैं ताकि सफाई
निरीक्षकों को निवारण के लिए सक्षम बनाया जा सके। केन्द्र सरकार की
रिपोर्ट के मुताबिक स्वच्छता ऐप पर की गई शिकायतों में राजधानी की रैंक
लगातार गिर रही है। पिछले साल अक्टूबर में राजधानी 16 वें स्थान पर थी जबकि
इस साल जनवरी में 133 और मौजूदा समय में 152 है।
पीएम मोदी ने राज्यों से दुनिया भर में '3 टी' को बढ़ावा देने को कहा, क्या है कि 3 टी, यहां पढ़ें
राष्ट्रमंडल खेल - विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने मुक्केबाजी में जीता स्वर्ण पदक
भाजपा-शिवसेना का महाराष्ट्र में 'मिशन 48', मुख्यमंत्री ने कहा-बहुत जल्द होगा मंत्रिमंडल का गठन
Daily Horoscope