लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अपने किसानों की पहुंच बढ़ाते हुए, राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने अब ऐलान किया है कि वह उन सभी किसानों को मुआवजा देगी, जिनकी फसल बारिश के कारण खराब हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को हुई उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को फसल मुआवजा आकलन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि बाढ़ और अत्यधिक बारिश से कृषि फसलों को हुए नुकसान का आकलन करें और जिन किसानों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें भी तुरंत मुआवजा दें।
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी की जानी चाहिए। मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल सरकारी टीमों को निर्देश दिया जाए कि एक भी पात्र किसान मुआवजे से वंचित न रहे।
उन्होंने कहा, "सभी प्रकार की कृषि उपज के नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। राजस्व और कृषि विभागों को एक दूसरे के समन्वय से काम को सर्वोच्च प्राथमिकता पर पूरा करने को कहा गया है।"
उत्तर प्रदेश भाजपा ने भी 15 से 30 अक्टूबर के बीच सभी 56,000 ग्राम पंचायतों में 'किसान चौपाल' आयोजित करने का निर्णय लिया है।
राज्य भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह के अनुसार, चौपालों में पार्टी के सांसद, विधायक और राज्य मंत्री शामिल होंगे जो किसानों को उनके कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत कराएंगे।
मोर्चा 15 अक्टूबर को सभी 98 संगठनात्मक जिलों में किसान चौपालों का आयोजन करेगा। इसके बाद राज्य की 403 विधानसभाओं और 5 से छह बूथों वाले 27,000 'शक्ति केंद्रों' में यह अभ्यास किया जाएगा।
यह कदम स्पष्ट रूप से लखीमपुर खीरी की घटना पर पार्टी को मिले नकारात्मक प्रचार को बेअसर करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें चार किसानों को एक एसयूवी द्वारा कुचल दिया गया था। इस घटना में कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा का नाम शामिल है, जो अब पुलिस हिरासत में है।
--आईएएनएस
लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण - त्रिपुरा, सिक्किम में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान, बिहार में 50 फीसदी से कम मतदान
राहुल की कप्तानी पारी, लखनऊ ने सीएसके को आठ विकेट से हराया
केन्या में भारी बारिश से 32 लोगों की मौत
Daily Horoscope