ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
झांसी। बुंदेलखंड एक बार फिर तबाही के मुहाने पर खड़ा है। कम बरसात होने के कारण पांच साल पूर्व के हालात बनते नजर आ रहे है। किसानों के माथे पर अंधकारमय भविष्य की लकीरें उभरने लगीं हैं। अपनी किस्मत पर आंसू बहाते किसानों का कोई अभी तक हमदर्द बनकर सामने नहीं आया है। बदहाली और बेवसी के बीच किसान इस समय उलझा हुआ है।
केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार वैसे तो किसानों और गरीबों की हमसफर बनती है लेकिन आज उसे बुंदेलखंड के हालत पर तरस नहीं आ रहा है। कर्ज माफी में भी किसानों को बांटकर हालात को और बिगाड़ दिया है। सरकार ने एक ही नजरिये से पूरे उत्तर प्रदेश के किसानों को देखा है, जबकि बुंदेलखंड की जलवायु और क्लाइमेक्स अन्य जनपदों से भिन्न है। एक तो यहां की भूमि पथरीली है, मिट्टी ज्यादातर राकड़ व छर्रीदार काली है जहां उत्पादन का प्रतिशत अन्य जगहों की अपेक्षा कम है। दूसरी ओर वक्त के साथ बुंदेलखंड में मौसम भी दगा दे रहा है। कभी अतिवृष्टि, ओलावृष्टि तो कभी सूखा यानि प्राकृतिक आपदाओं ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है।
इस वर्ष औसत से भी काफी कम बारिश होने के कारण जलस्रोत बांध, जलाशय, तालाब, कुएं सूखे पड़े है। वहीं, खरीफ की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है। खेत वीरान नजर आ रहे हैं। किसान उजड़े खेत देखकर अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहा है। जिन खेतों में कुछ फसल बची है उसे माऊं खाए जा रही है। ऐसे में किसान के सामने कोई विकल्प नहीं बचता है।
किसान नेता गौरी शंकर बिदुआ ने बताया कि जनपद झांसी के गाँव कोट बेहटा, मथनपुरा, रमपुरा, गाँधीनगर, बरगड, पाली, परसर तथा पालर के भ्रमण के दौरान सूखते खेतों का मंजर तथा किसानों के उजड़ते सपने दिखाई दिये। किसानों को भविष्य तथा कर्ज की चिन्ता सता रहा है। उन्होंने इस बुरे वक्त में सभी किसान संगठन, सभी राजनैतिक दल तथा समाज सेवी संगठनों से अपील की है कि वह राजनीति से उठकर तथा आपसी मनभेद भुलाकर किसानों के बीच जाकर आत्मीय संवेदना व्यक्त कर उनका मनोबल बढाए तथा सामर्थ अनुसार मदद करें ताकि किसानों द्वारा की जाने वाली आत्महत्या को रोकने में मदद मिल सके।
जयपुर लोकसभा चुनाव - भजनलाल, दीया और कैलाश वर्मा के क्षेत्रों में सबसे कम वोटिंग, रामचरण बोहरा का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएगी बीजेपी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, कांग्रेस का खाता न खुले, इसलिए ये काम आप करें, यहां पढ़ें
UP बोर्ड के नतीजे जारी, 10वीं में 89.55 और 12वीं में 82.60 प्रतिशत परिणाम
Daily Horoscope