चेन्नई। अन्नाद्रमुक के संगठन सचिव और पूर्व मंत्री डी. जयकुमार ने आरोप लगाया है कि पार्टी के अपदस्थ समन्वयक ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) ने पार्टी को गिरवी रख दिया था और इसे द्रमुक को सौंप दिया था। वह इरोड पूर्व उपचुनावों में पार्टी की हार पर अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) के खिलाफ ओपीएस के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जयकुमार ने कहा कि ओपीएस ने 2017 में विश्वास मत के दौरान अन्नाद्रमुक सरकार के खिलाफ वोट किया था और उसके बाद भी ईपीएस ने उन्हें उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ पार्टी का समन्वयक भी बनाया था।
पूर्व मंत्री ने कहा कि ईपीएस ने हालांकि महसूस किया कि ओपीएस ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के सामने पार्टी को आत्मसमर्पित कर दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि ओपीएस एक 'पेपर टाइगर' हैं, अन्नाद्रमुक के पूर्व समन्वयक एक काल्पनिक दुनिया में थे और उनका मानना था कि पूर्व अंतरिम महासचिव वी.के. शशिकला से हाथ मिलाने पर पार्टी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि पन्नीरसेल्वम ने अतीत में उन पर आरोप लगाए थे।
जयकुमार ने कहा कि पलानीस्वामी ने पूर्व समन्वयक के बारे में कभी बुरा नहीं कहा और ईपीएस पार्टी की रक्षा के कार्य के लिए खुद को समर्पित कर रहे हैं।
--आईएएनएस
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