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जयपुर/उदयपुर। पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि महाराणा प्रताप देश के पहले स्वतंत्रता सेनानी थे। अगर मुगलों की दासता स्वीकार कर लेते तो वे भी इतिहास के पन्नों में कहीं खोकर रह जाते। राठौड़ रविवार को उदयपुर के गोगुंदा में आयोजित प्रताप जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रताप देशभक्तों के लिए आदर्श हैं और वे आज भी जन-जन की प्रेरणा के स्रोत हैं। वर्तमान राज्य सरकार के कार्यों को गिनाते हुए राठौड़ ने कहा कि प्रताप से जुड़ी यादों को ताजा रखने के लिए और भी विकास कार्य करवाए जाएंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रताप से जुड़े स्थलों का होगा विकास
राठौड़ ने कहा कि तत्कालीन राज्य सरकार ने वसुंधरा राजे के नेतृत्व में 2006 में प्रताप राज्य तिलक स्थली का विकास करने का बीड़ा उठाया था। पूर्व सरकार ने उस कार्य को रोक दिया था। अब पुन: इस कार्य को हाथ में लिया जा रहा है। गोगुंदा को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस राशि से यहां के ऐतिहासिक स्थलों का विकास करने के साथ ही अन्य विकास कार्य करवाए जाएंगे।
बस स्टैंड भवन की रखी आधारशिला
राठौड़ ने बस स्टैंड के नए भवन की आधारशिला रखी। नए भवन में यात्री प्रतीक्षालय तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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