जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंगलवार को जोधपुर जाने से पूर्व अजमेर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 55वें अधिवेशन में शिरकत की तथा उपस्थित सभी विद्यार्थियों एवं पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी और एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर डाॅ. सतीश पूनिया ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दुनिया का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो राष्ट्रवाद की विचारधारा पर आगे बढ़ा रहा है, वर्षों से एक नारा लगता आया है कि राज नहीं समाज बदलना है अभी भी समाज में बड़े बदलाव की आवश्यकता है, जो काम सरकारें नहीं कर सकती वह काम देश की युवा शक्ति और छात्र शक्ति करके दिखा सकती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डाॅ. पूनिया ने कहा कि कोटा के जे.के लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 91 तक पहुंच गया। यह पूरी सरकार की जिम्मेदारी है, मुख्यमंत्री को इस पर शर्म आनी चाहिए। उन माताओं की क्या हालत होगी जिन्होंने अपने बच्चे खोए होंगे।
उसके बावजूद अभी तक भी सरकार का कोई मंत्री यहां तक की चिकित्सा मंत्री और मुख्यमंत्री भी अभी तक वहां पर नहीं गए है। इस पर प्रदेश की जनता सरकार से जवाब मांग रही है। 1972 में बने एवं कोटा संभाग के सबसे बडे़ अस्पताल सरकार दुर्दशा क्यों नही सुधार रही। अस्पताल में उपकरण खराब पड़े है, संक्रमण की संभावना बनी हुई है, एक बेड पर 3-3 बच्चे है। हमारे पूर्व चिकित्सा मंत्री ने कल वहां पर दौरा किया था, तो कांग्रेस के कार्यकर्ता गुंडागर्दी पर उतर आए और हमारे पूर्व मंत्रियों से धक्का मुक्की करने लगे। आज जब हमारी तीन महिला सांसद अस्पताल के दौरे पर गई, तो कांग्रेस के गुंडे कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। यह दृश्य राजस्थान को शर्मसार करता है। इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन से सरकार लोकतंत्र का गला घोटना चाहती है या विपक्षी पार्टीयों के दौरे करने पर प्रतिबंध लगाना चाहती है।डाॅ. पूनिया ने कहा जबकि विपक्ष के नाते हम सरकार की मदद कर रहें हैं, मैने स्वयं अस्पताल का दौरा कर वहां पर 50 लाख की घोषणा की है, इससे दूसरी स्वयं सेवी संस्थाएं भी मदद के लिए आगे आई है। मैने महामहीम राज्यपाल से भी गुहार की है कि बच्चों की मौतों का सिलसिला रूके एवं अस्पताल की दुर्दशा सुधरे। डाॅ. पूनिया ने कहा मुख्यमंत्री बयानबाजी छोड़े और दिल्ली दरबार में हाजरी लगाना बंद करके अस्पताल की दुर्दशा सुधारने पर ध्यान दें।
जोधपुर पत्रकार वार्ता:
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनजागरण सभा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया जोधपुर पहुंचे। प्रदेशाध्यक्ष ने यहा लघु उद्योग भारतीय भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में नागरिकता संशोधन बिल का स्वागत किया और कहा कि यह अधिनियम देशहित में है और इससे से किसी का भी नुकसान नहीं होने वाला। यह विधेयक किसी को देश से बाहर करने के लिए नहीं लाया गया है, बल्कि हमारे साथी जो लोग वर्षों से पाकिस्तान सहित अन्य पडौसी देशों में प्रताड़ना झेल रहे, ऐसे लोगों के लिए यह अधिनियम उनकी बैसाखी बनकर आया है। लेकिन अफसोस की बात तो यह है कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर देश को गुमराह कर रही है।
डाॅ. पूनिया ने पत्रकार वार्ता में कहा कि तीन जनवरी को जोधपुर के कमला नेहरू नगर स्थित आदर्श विद्या मन्दिर केशव परिसर में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण सभा आयोजित की जा रही है। इस सभा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे। इसके लिए आज संभाग स्तर की बैठक में तैयारियों की समीक्षा की गई है। विशाल जनजागरण सभा में लगभग 50 हजार से अधिक गणमान्य लोग एवं भाजपा कार्यकर्ता अमितशाह को सुनने जोधपुर आएंगे।
डाॅ. पूनिया ने प्रेस-वार्ता में नागरिक संशोधन बिल को भारत सरकार का क्रांतिकारी फैसला बताया है। यह कानून किसी की नागरिकता लेने वाला कानून नहीं है बल्कि यह नागरिकता देने वाला कानून है। लेकिन इस मामले में कांगे्रस आमजन में भ्रम की स्थितियां पैदा कर रही है और लोगों मेें वैमनस्य फैला रही है। ऐसे कई लोग है जिनमें हमारे मुस्लिम भाई भी है, जिन्होंने नागरिकता ली है। लेकिन हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री इस मुद्दे को बिना वजह अकारण ही बहस का मुद्दा बना रहे है। इसी के चलते गत दिनों जयपुर में एक वर्ग विशेष की रैली नागरिक संशोधन बिल के विरोध में निकाली गई, जिनको यह भी मालुम नहीं था कि रैली क्यों निकाली जा रही है।
गांधी परिवार की चाकरी में लगे मुख्यमंत्री: डाॅ. सतीश पूनिया ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री की आखरी पारी है और वो केन्द्र में नेहरू-गांधी परिवार का विकल्प बनने की फिराक में है, कभी वो शांति मार्च निकालते है। क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रदेश का मुखिया संविधान के किसी कानून पारित किए हुए मसले पर मार्च निकाले। वर्ष 2003 में मनमोहन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष के नाते पाक विस्थापितों की वकालत की थी। इसी तरीके से इससे पूर्व मुख्यमंत्री काल में तत्कालीन गृहमंत्री चिदम्बरम के समय अशोक गहलोत ने भी पाक विस्थापितों के पुर्नवास व नागरिकता की मांग की थी। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के समय अपना जन घोषणा पत्र जारी किया था। जिसका उल्लेख मुख्यमंत्री ने अपने भाषणों में 115 घोषणाएं पूरी करने का दावा किया। लेकिन शायद उसी घोषणा पत्र का एक पन्ना पलटना भूल गए, जिसमें यह संकल्प था कि वे पाक विस्थापितों की नागरिकता, शिक्षा, दीक्षा एवं पुर्नवास करने का संकल्प को पूरा करेंगे। लेकिन कांग्रेस के नेता व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही इस नागारिकता संशोधन अधिनियम का विरोध कर रहे हैं।
कोटा की घटना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में डाॅ. पूनिया ने कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में होगा। लेकिन अभी तक कोई भी सरकार का नुमाईन्दा कोटा नहीं गया है। इससे लगता है कि हमारे मुख्यमंत्री दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को खुश करने में ज्यादा समय लगा रहे है, इसी कारण सरकार की गर्वनेन्स पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उनका काम सिर्फ गांधी परिवार की चाकरी करना रहा गया है।
सरकार के पास देने के लिए कुछ नहीं: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाल ही बाड़मेर दौरे के दौरान एक किसान ने अपनी जेब खाली दिखाई थी इस मुद्दे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा गहलोत ने अप्रत्यक्ष रूप से ऐसा लगता है कि इस सरकार के पास देने के लिए कुछ नहीं है किसान की जेब भी खाली है और सरकार की जेब भी खाली है।
घर-घर बांटेगे पीले चावल:प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया ने जनजागरण सभा की तैयारियों को लेकर बताया कि पूरे संभाग स्तर पर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है। 01 व 02 जनवरी को भाजपा के सभी मण्डलों, मोर्चा के कार्यकर्ता घर-घर जाकर आमजन को अमित शाह की सभा के लिए न्यौता देंगे। इसके लिए पीले चावल बांटे जाएंगे। सभा की सफलता के लिए कार्यकर्ता आमजन से सम्पर्क करेंगे।
प्रेस वार्ता के दौरान केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व मंत्री पी.पी. चौधरी, राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र जोशी, फलोदी जिलाध्यक्ष मनोहर पालीवाल, देहात जिलाध्यक्ष जगराम विश्नोई, पूर्व महापौर घनश्याम औझा, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रसन्नचंद मेहता, पूर्व राजसिको चेयरमैन मेघराज लोहिया सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope