जयपुर। अलवर जिले में 6 सितंबर को अलसुबह 8 बजे बहरोड़ थाने में फायरिंग कर मोस्ट वांटेड पपला उर्फ विक्रम गुर्जर को भगाकर ले जाने की वारदात ने अलवर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए थे। जिसके चलते रविवार को पुलिस गिरफ्तार में आए पचास-पचास हजार रूपए के 13 ईनामी बदमाशों की अर्धनग्न हालत में सड़क पर परेड कराई गई। इन बदमाशों की परे सडक़ देख आमजन का पुलिस पर फिर से भरोसा बढ़ा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल 6 सितंबर को हुई फायरिंग की वारदात में शामिल पचास-पचास हजार के ईनामी 13 बदमाशों को लेकर एसओजी की टीम और पुलिस के अधिकारी बहरोड़ पहुंचे। जहां स्टेडियम के पास से लेकर हमीदपुर मोड़ तथा वापिस पुलिस थाने तक करीब 1 किलोमीटर लंबी अर्धनग्न पैदल परेड करवाई गई।
रविवार दोपहर को सडक़ पर बदमाशों की परेड को राहगीरों ने मोबाइल फोन में रिकार्ड भी कर लिया। इस दौरान एसपी भिवाड़ी डॉ अमनदीप सिंह कपूर व एसओजी के एडिशनल एसपी करण शर्मा ने अगुवाई की। उनके साथ बहरोड डीएसपी अतुल साहू सहित कई अन्य थानों का जाब्ता और हथियारबंद जवान मौजूद रहे।
इस दौरान पुलिस अफसर 6 सितंबर को हुई घटना के बारे में बदमाशों से जानकारी जुटाते रहे कि वे किन रास्तों से होकर बहरोड़ थाने पहुंचे। इस बीच वे कहां ठहरे। वारदात से पहले कहां.कहां रैकी की गई। थाने पर आते वक्त और भागते वक्त कौनसे रास्तों का उपयोग किया गया।
इन बदमाशों को बहरोड़ थाने पर ले जाकर फायरिंग की वारदात की जानकारी जुटाई गई कि इनमें सबसे पहले थाने के अंदर कौन आया सबसे पहले फायरिंग किसने की हवालात के पास कौन गया संतरी को किसने धमकाया और कौन कहां खड़ा रहा। यह सब जानकारी एसओजी के एएसपी करण शर्मा कर रहे है। आपको बता दें कि सभी बदमाश पपला उर्फ विक्रम के गांव खैरोली के रहने वाले हैं। इसके अलावा रेवाड़ी के भी शामिल है। 23 सितंबर तक एसओजी के द्वारा एसीजेएम कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है। वहीं पुलिस और एसओजी की टीमें अब फरार मोस्ट वांटेड पपला गुर्जर की तलाश में जुटी हुई है।
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