अजमेर। तीर्थ गुरु कहे जाने वाले पुष्कर सरोवर में गर्मी के मौसम में अक्सर जल का स्तर कम होने लगता है, जिससे न केवल सरोवर के जीव अकाल मौत का शिकार होने लगते हैं, बल्कि दर्शनार्थी भी बिना स्वच्छ पानी के दैनिक कर्म नहीं कर पाते हैं। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जलदाय विभाग ने अहम कदम उठाया और बंद पड़े नलकूपों को चालू करवाकर न केवल सरोवर को सूखने से बचाया, बल्कि श्रद्धा के केंद्र को गुलजार कर दिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देशानुसार पुष्कर कस्बे को बीसलपुर योजना से 30 लाख लीटर पानी प्रतिदिन की आपूर्ति की जाती थी, जिसमें से 3 लाख लीटर पानी पुष्कर सरोवर को दिया जाता था, लेकिन गर्मियां आने के साथ ही पानी कम पड़ने लगा तथा पानी के जीवों को बचाना जरूरी था। सरोवर में पर्याप्त पानी के लिए 10 से 11 लाख लीटर पानी की जरूरत पड़ती थी। विभाग ने इस समस्या के समाधान के लिए लंबे समय से बंद पड़े नलकूपों को दोबारा शुरू करवाने की व्यवस्था की।
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