धर्मशाला । तिब्बत के आध्यात्मिक नेता
दलाई लामा ने मंगलवार को हिरोशिमा में हुए जी7 शिखर सम्मेलन में वैश्विक
नेताओं के संयुक्त बयान का स्वागत किया, जिसमें 'परमाणु हथियार मुक्त
दुनिया' का आह्वान किया गया है।
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दलाई लामा ने कहा, "यह संयुक्त बयान इस वास्तविकता को दर्शाता है
कि हम एक-दूसरे पर निर्भर दुनिया में रहते हैं और इस 21वीं शताब्दी को
शांति और सहयोग का युग बनाने के अवसर का प्रतिनिधित्व करते हैं।"
आध्यात्मिक
नेता ने एक बयान में कहा, "दुनियाभर में विसैन्यीकरण और सभी परमाणु
हथियारों के उन्मूलन के लिए एक घोषित प्रचारक के रूप में मेरा दृढ़ विश्वास
है कि यह एक सकारात्मक पहल है। जनवरी 2022 में जब परमाणु हथियार वाले पांच
देशों ने एक संयुक्त प्रतिज्ञा की थी कि परमाणु युद्ध कभी नहीं लड़ा जाना
चाहिए, तब मैंने उनकी कार्रवाई की गर्मजोशी से सराहना की थी।"
लामा
ने कहस, "दुनिया के कई हिस्सों में अनिश्चितता और उथल-पुथल के इस समय में
यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम सभी बातचीत और कूटनीति के माध्यम से समस्याओं
को हल करने के लिए गंभीर और ठोस प्रयास करें। इसलिए, जी7 देशों द्वारा की
गईं प्रतिबद्धताएं एक शक्तिशाली संदेश देती हैं। हमें इन हथियारों से
मानवता को होने वाले खतरे को खत्म करने की जरूरत को स्वीकार करना चाहिए।"
उन्होंने
कहा, "परमाणु हथियारों के बिना एक दुनिया आवश्यक और संभव है। हमारी आपस
में जुड़ी हुई दुनिया में हिंसा उन लोगों के लिए भी पीड़ा लाती है जो
संघर्ष से दूर हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हम सभी मानवता की एकता को याद
रखेंगे। परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हम सभी को नुकसान पहुंचाता है।"
उन्होंने कहा, "मैं प्रार्थना करता हूं कि यह 21वीं सदी एक अधिक करुणाशील, शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण दुनिया बने।"
--आईएएनएस
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