कैथल। कैथल के उपायुक्त के एम पाण्डुरग और पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी ने लगभग तीन वर्ष पूर्व बाईसाइकिल क्लब का गठन किया गया था। कुछ ही दिनों में यह बाई साइकिल क्लब शहर में काफी पॉपुलर हो गया। जिला के अधिकारी, पत्रकार, व्यापारी, कर्मचारी, समाज सेवी और अनेक लोग इस बाईसाइकिल क्लब से जुड़ गए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में जहां से बाईसाइकिल क्लब के सदस्य गुजरते, लोग वहां रास्ते में अपने इलाके की दिक्कतें उनके के सन्मुख रखते और उपायुक्त के एम पाण्डुरग और पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी लोगो की दिक्कतों का समाधान करते थे। धीरे धीरे यह बाई साइकिल क्लब एक समाज सेवा का रूप धारण कर गया। बाईसाइकिल क्लब ने शहर में बिदक्यार तालाब के पास शहीद पार्क के बाहर एक नेकी की दीवार की स्थापना कर दी। नेकी की दीवार को एकाएक शहर के लोगों का बेहद सहयोग मिलने लगा। भारी संख्या में साधन सम्पन्न लोग इस नेकी की दीवार पर कपडे़ देने के लिए आने शुरू हो गए और कपडे़ लेने वाले जरूरतमंद लोगों की भी सारा दिन भीड़ लगने लगी।
बाईसाइकिल क्लब के सदस्य प्रतिदिन सुबह नेकी की दीवार पर पहुंच कर कपड़ों की छंटाई करते हैं और उन्हें अच्छी तरह साफ-सुथरा करके नेकी की दीवार पर लटका देते हैं। कैथल शहर और दूसरे जिलों से लोग इस नेकी की दीवार को देखने आते हैं। लोगों को नेकी की दीवार के प्रति इतना विश्वास हो गया है कि लोग बड़ी संख्या में अपने घरों से फालतू के कपडे़ यहां लेकर आते हैं और जरुरतमंद लोग अपनी पसंद के कपडे़ यहां से पहन कर जाते हैं। बाईसाइकिल क्लब के सक्रिय सदस्य एवं वरिष्ठ पत्रकार नवीन मल्होत्रा ,सचिन धमीजा , प्रयाग राज बालू ने कहा कि क्लब के सदस्यों की लग्न और सेवा भावना का नतीजा है कि कैथल की यह नेकी की दीवार आज प्रदेशभर में लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा ईश्वर की सच्ची पूजा से भी अहम है।
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