चंडीगढ़। हरियाणा में सिख समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण दिन आने वाला है। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीएमसी) के चुनाव कल 19 जनवरी को होंगे। हरियाणा के 22 जिलों की 40 सीटों के लिए सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद मतगणना शुरू होगी और तुरंत परिणाम घोषित किए जाएंगे।इस बार चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का इस्तेमाल किया जा रहा है। पोलिंग पार्टियां ईवीएम मशीनों और आवश्यक चुनाव सामग्री के साथ मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गई हैं।हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का महत्वएचएसजीएमसी का गठन हरियाणा के सिख समुदाय की धार्मिक, सामाजिक और प्रशासनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया था। सिख समुदाय के धार्मिक और प्रशासनिक अधिकारों के लिए यह चुनाव काफी अहम माना जा रहा है।
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चुनाव के आंकड़े और विशेषताएं : कुल 2.84 लाख सिख मतदाता अपने वोट डालेंगे।हरियाणा के 22 जिलों में 40 वार्ड बनाए गए हैं।कैथल जिले की तीन सीटों पर ही 27719 सिख मतदाता अपने वोट डालेंगे।सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा।चुनाव के तुरंत बाद मतगणना होगी।
कैथल जिले में मतदान की व्यवस्था : कैथल जिले के तीन ब्लॉकों गुहला, कांगथली और कैथल के लिए अलग-अलग स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं।मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
चुनाव लड़ रहे प्रमुख समूह : हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में सिख राजनीति के चार प्रमुख हरियाणवी समूह और एक पंजाबी समूह अपनी किस्मत आजमा रहा है।
1. गुरुद्वारा संघर्ष कमेटी हरियाणा (जसबीर भाटी ग्रुप): यह समूह धार्मिक मामलों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
2. हरियाणा सिख पंथक दल (अकाली ग्रुप): सिख राजनीति में इसका मजबूत आधार है।
3. पंथक दल हरियाणा (झिंडा ग्रुप) : यह ग्रुप सिख समुदाय के सामाजिक व धार्मिक हितों की रक्षा के लिए सक्रिय है।
4. सिख समाज (नलवी ग्रुप) : सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देने वाला यह ग्रुप भी प्रभावी भूमिका निभा रहा है।
5. शिरोमणि अकाली दल आजाद (दादूवाल ग्रुप) : यह ग्रुप पंजाब से जुड़ा है और हरियाणा में भी अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटा है।
ईवीएम मशीनों से मतदान : पारदर्शिता की ओर बड़ा कदमएचएसजीएमसी चुनाव में पहली बार ईवीएम मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी व निष्पक्ष होने की उम्मीद है। इससे मतदान में धांधली की संभावनाएं काफी हद तक कम हो जाएंगी।भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार ईवीएम मशीनों के प्रयोग से मतदान में पारदर्शिता व निष्पक्षता सुनिश्चित होती है। इससे समय की बचत होती है और मतगणना प्रक्रिया में तेजी आती है।
चुनाव के लिए सुरक्षा इंतजाम : चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हर जिले में अलग-अलग स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं, जहां ईवीएम मशीनों को सुरक्षित रखा गया है।
सिख समुदाय के लिए यह चुनाव क्यों महत्वपूर्ण है?
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव सिख समुदाय की धार्मिक, सामाजिक और प्रशासनिक नीतियों को प्रभावित करता है। इस कमेटी के माध्यम से गुरुद्वारों का प्रबंधन, धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन और समुदाय की समस्याओं का समाधान किया जाता है।
एचएसजीएमसी इन गुरुद्वारों की देखरेख, प्रबंधन और विकास कार्यों को संभालती है। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का यह चुनाव न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। मतदान में ईवीएम मशीनों के उपयोग से यह प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। सभी सिख मतदाताओं से आग्रह है कि वे अपने अधिकार का सही उपयोग करें और चुनाव में उत्साहपूर्वक भाग लें।
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