चंडीगढ़। हरियाणा की कानून व्यवस्था अब और मजबूत होगी। हरियाणा पुलिस के पास न सिर्फ डंडा होगा बल्कि आधुनिक हथियार और स्मार्ट तकनीक भी होगी, क्योंकि उन्हें किसी भी अपराध की तह तक पहुंचना होगा। दरअसल, हरियाणा सरकार ने पुलिस बल के आधुनिकीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण और जरूरी प्रयास शुरू किया है।
गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा के निर्देशन में एक अहम बैठक में पुलिस बल के आधुनिकीकरण के लिए 22.09 करोड़ रुपये की योजना को हरी झंडी देने का फैसला किया गया। इस पैसे से हरियाणा पुलिस अपराधियों से दो कदम आगे रह सकेगी; यह सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि असल काम के लिए भी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हरियाणा पुलिस में क्या बदलाव होंगे?
इस बजट से पुलिस को ये मिलेगा:
सीक्यूबी समेत उन्नत हथियारों में नई हैंडगन और मशीन गन शामिल हैं।
फेस रिकग्निशन तकनीक सुनिश्चित करती है कि अपराधी भीड़ में भी भाग न सकें।
वीडियो और इमेज एडिटिंग टूल्स से फोरेंसिक जांच और भी स्पष्ट हो जाएगी।
पॉलीग्राफ (झूठ पकड़ने वाला उपकरण), अगली पीढ़ी के डीएनए जांच उपकरण और माइक्रोस्कोप
अत्याधुनिक संचार प्रणाली ऐसी है जो वास्तविक समय में सूचना प्रदान करेगी।
सीसीटीएनएस प्रणाली और बुद्धिमान प्रशिक्षण उपकरण सुनिश्चित करते हैं कि पुलिस का हर अधिकारी बुद्धिमान बने।
उपकरण ही नहीं, विशेषज्ञ भी रहेंगे मौजूद
इन अत्याधुनिक गैजेट को प्राप्त करना ही पर्याप्त नहीं है। इनका सही तरीके से उपयोग कैसे किया जाए, यह भी जानना चाहिए। इसलिए सरकार तकनीकी सलाह देने और कानून प्रवर्तन को शिक्षित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी नियुक्त करेगी।
150 करोड़ रुपये की योजना का हुआ भुगतान
पूरे आधुनिकीकरण प्रोजेक्ट के लिए 150 करोड़ रुपये की योजना विकसित की गई है; यह पहली 22.09 करोड़ रुपये की किस्त है। इस योजना के तहत जिला पुलिस क्रमिक रूप से विकसित होगी। 13 जिलों में एनालॉग संचार प्रणालियों के डिजिटल संस्करण पाए गए हैं; बाकी को भी जल्द ही शामिल किया जाएगा।
हरियाणा पुलिस भविष्य के लिए रहेगी तैयार
डॉ. मिश्रा ने साफ कहा कि हमारी पुलिस को भविष्य के लिए तैयार करना होगा ताकि यह देश या विदेश की किसी भी समकालीन पुलिस से कम न हो। इसके अलावा दीर्घकालिक संरचनात्मक बदलावों को संबोधित करते हुए इसके लिए एक टास्क फोर्स की स्थापना की जाएगी।
फोरेंसिक-डेटा विश्लेषण को मिलेगी तरजीह
बैठक में फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं का विस्तार करने और कानून प्रवर्तन में डेटा एनालिटिक्स के उपयोग को बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। यानी अब डेटा और तकनीक अपराध की गुत्थी सुलझाने में मदद करेगी।
हरियाणा सरकार की यह कार्रवाई पुलिस के आधुनिकीकरण से कहीं अधिक है; यह दर्शाती है कि अब सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं होगा। तकनीक की बदौलत हरियाणा पुलिस अब और अधिक तेज, सतर्क और पेशेवर होगी - ताकि हरियाणा के सभी नागरिक चैन की नींद सो सकें।
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