पणजी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) मुद्दे पर टिप्पणी को अंतिम माना जाना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा एनआरसी के देशभर में क्रियान्वयन के बयान पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर गोयल ने कहा कि मेरा मानना है कि एक बार जब देश के प्रधानमंत्री ने कुछ कह दिया, तो उसे अंतिम बयान माना जाना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कह दिया है, एनआरसी का कोई सवाल नहीं है, कैबिनेट में कोई चर्चा नहीं है, उसके लिए कोई प्रावधान नहीं है, कोई कानून नहीं है। गोयल दक्षिण गोवा जिले के मार्गो टाउन में नागरिकता संशोधन अधिनियम के साथ-साथ राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
इन दो मुद्दों के साथ राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन्हें लेकर देश के विभिन्न भागों में हिंसा हुई है। गोयल ने कहा, मेरा मानना है कि नाराजगी का कारण राजनीतिक विचारधारा, खास तौर से कांग्रेस पार्टी द्वारा गुमराह किया जाना है। लोगों को अब समझ में आ गया है कि गुस्सा निराधार है।
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