नई दिल्ली । राष्ट्रीय सुरक्षा से
संबंधित गलत सूचना फैलाने के लिए 16 यूट्यूब न्यूज चैनलों को सूचना एवं
प्रसारण मंत्रालय द्वारा ब्लॉक किए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री
अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो केंद्र सरकार
भविष्य में भी इस प्रकार की सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।
ठाकुर ने कहा कि केंद्र अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है, लेकिन
किसी को भी देश को बांटने, गलत सूचना और 'फेक न्यूज' फैलाने का अधिकार
नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, "किसी को भी अफवाह और फर्जी खबरें फैलाने का
अधिकार नहीं है, जो देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए एक चुनौती बन जाए।
नियमानुसार सख्त कार्रवाई की गई है और एक बार फिर भारत सरकार ने 16 यूट्यूब
चैनलों को ब्लॉक कर उनके खिलाफ कार्रवाई की है। यह ऐसी पांचवीं कार्रवाई
है।"
मंत्री ने कहा कि देश और बाहर के लोगों के लिए यह स्पष्ट संदेश
है कि भविष्य में भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा, "भारत की
सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा और भविष्य में देश के खिलाफ गलत सूचना को
रोकने के प्रयास जारी रहेंगे।"
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने
सोमवार को एक बयान में बताया था कि आईटी नियमावली, 2021 के तहत आपातकालीन
शक्तियों का उपयोग करते हुए दो अलग-अलग आदेशों के तहत 16 यूट्यूब आधारित
समाचार चैनल और एक फेसबुक अकाउंट को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए गए
हैं।
मंत्रालय ने कहा, "ब्लॉक किए गए सोशल मीडिया अकाउंट में छह
पाकिस्तान स्थित और दस भारत के यूट्यूब समाचार चैनल शामिल हैं, जिनके
दर्शकों की कुल संख्या संख्या 68 करोड़ से अधिक है। यह देखा गया कि इन
चैनलों का इस्तेमाल राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत के विदेशी संबंधों, देश में
सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित मामलों पर सोशल
मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाने के लिए किया गया था।"
मंत्रालय ने आगे
कहा, "पाकिस्तान स्थित यूट्यूब चैनलों को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर और
यूक्रेन की स्थिति के संदर्भ में भारत के विदेशी संबंधों जैसे विभिन्न
विषयों पर भारत के बारे में फर्जी समाचार पोस्ट करने के लिए सुनियोजित
तरीके का इस्तेमाल करते हुए पाया गया। इन चैनलों की सामग्री को राष्ट्रीय
सुरक्षा, भारत की संप्रभुता तथा अखंडता एवं विदेशी राज्यों के साथ भारत के
मैत्रीपूर्ण संबंधों के दृष्टिकोण से पूरी तरह से गलत और संवेदनशील माना
गया है।"
--आईएएनएस
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