पटना। बिहार में एक तरफ जहां पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव शनिवार से अपनी ‘संविधान बचाओ न्याय यात्रा’ की शुरुआत कटिहार से कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) इस यात्रा को लेकर तेजस्वी पर निशाना साध रही है। जद (यू) के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कटिहार जिले में राजद और नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुई विकास योजनाओं का ब्योरा जारी कर अब तेजस्वी से सवाल पूछे हैं। नीरज कुमार ने शनिवार को कहा कि राजद के प्रमुख लालू प्रसाद जहां रांची में जेल की सजा काट रहे हैं, वहीं उनके पुत्र तेजस्वी यादव कटिहार जिले से अपनी कथित ‘न्याय यात्रा’ की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले राजद की उपाध्यक्ष राबड़ी देवी से जिन जिलों में तेजस्वी जा रहे हैं, उन जिलों में राजद के शासनकाल के कामकाज का हिसाब मांगा गया था, लेकिन उन्होंने अब तक उसका हिसाब नहीं दिया। उन्होंने दावा किया कि राजद वर्तमान शासनकाल की तुलना में धरातल और तथ्यों के मामले में कहीं नहीं ठहरता। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने दावा करते हुए कहा, ‘‘राजद के 15 साल के शासनकाल की तुलना में नीतीश कुमार के 12 साल के कार्यकाल में कटिहार जिले में जहां हत्या के मामलों में 23 प्रतिशत की गिरावट आई है, वहीं डकैती के मामलों में 66.50 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 54 प्रतिशत तथा सडक़ डकैती के मामलों में करीब 46 प्रतिशत की गिरावट आई है।’’ नीतीश के शासनकाल में कटिहार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 2,264 किलोमीटर सडक़ निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसमें से 1,745 किलोमीटर सडक़ का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है तथा 518 किलोमीटर निर्माणाधीन है जबकि राजद के शासनकाल में तो सडक़ की दुर्दशा देश में चर्चित थी। नीरज ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राजद के शासनकाल में जमीन अपने नाम करवाने का खेल भले चला हो, लेकिन नीतीश की सरकार में कटिहार जिले में अब तक 112 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवाई जा चुकी है। राजद के शासनकाल में यह उपलब्धि शून्य है।
उन्होंने शिक्षा की चर्चा करते हुए कहा कि राजद के शासनकाल में जहां ‘चरवाहा विद्यालय’ खोला जा रहा था, परन्तु वर्तमान सरकार के शासन में शिक्षा पर विशेष ध्यान है। कटिहार जिले में 2005-06 में कुल स्कूलों की संख्या जहां 1,281 और शिक्षकों की संख्या 5,180 थी, वहीं 2015-16 में स्कूलों की संख्या बढक़र 2,168 व शिक्षकों की संख्या 14,509 हो गई है। इसी तरह स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या में 2005-2006 में जहां 3,46,003 थी, वहीं 2015-16 में यह संख्या 7,28,845 हो गई, जो उस समय से करीब दोगुनी है। जद (यू) नेता ने तेजस्वी को ‘दागी’ बताते हुए नसीहत देते हुए कहा, ‘‘आपके पिताजी तो अपनी करनी का फल भोग ही रहे हैं, आप भी उन्हीं के रास्ते पर नहीं चलते हुए नकारात्मक राजनीति छोड़ विकास और सकारात्मक राजनीति की ओर मुडिय़े, लोकतंत्र में ‘युवराज’ और परिवारवाद नहीं चलता।’’नीरज ने कहा कि जद (यू) उन सभी जिलों के कामकाज की सूची जारी करेगी, जिसमें तेजस्वी अपनी यात्रा के क्रम में पहुंचेंगे।
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