हैदराबाद। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने क्लिनिकल (नैदानिक) परीक्षण पूरा होने के बाद 15 अगस्त तक कोविड-19 स्वदेशी वैक्सीन लॉन्च करने की योजना बनाई है। इसने नैदानिक परीक्षणों के लिए देश भर में 13 संस्थानों का चयन किया है और उन्हें 7 जुलाई तक विषय नामांकन (सब्जेक्ट एनरॉलमेंट) शुरू करने के लिए कहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने चयनित संस्थानों के प्रमुखों को लिखे पत्र में उन्हें सूचित किया कि इसने हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) के साथ स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन (बीबीवी152 कोविड वैक्सीन) के तेजी से परीक्षण के लिए साझेदारी की है।
इसने उल्लेख किया कि यह भारत द्वारा विकसित किया जा रहा पहला स्वदेशी वैक्सीन है और सर्वोच्च प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक है, जिसकी निगरानी सरकार द्वारा शीर्ष स्तर पर की जा रही है।
दो जुलाई की तारीख वाले पत्र में लिखा गया है, सभी नैदानिक परीक्षणों के पूरा होने के बाद 15 अगस्त 2020 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपयोग के लिए वैक्सीन लॉन्च करने की परिकल्पना की गई है। बीबीआईएल लक्ष्य को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रहा है, हालांकि अंतिम परिणाम इस परियोजना में शामिल सभी नैदानिक परीक्षण साइटों के सहयोग पर निर्भर करेगा।
वैक्सीन परीक्षण में शामिल संस्थानों की सूची में निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) हैदराबाद, किंग जॉर्ज अस्पताल, (विशाखापट्टनम), यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (रोहतक), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली और एम्स पटना शामिल हैं।
--आईएएनएस
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