नई दिल्ली। वनडे में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम की नजरें बुधवार से शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 सीरीज में भी जीत हासिल कर न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अपना रिकॉर्ड सुधारने पर होगी। यह सीरीज एक तरफ जहां श्रेयस अय्यर और मोहम्मद सिराज जैसे युवा खिलाडिय़ों को अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगी तो वहीं आशीष नेहरा जैसे अनुभवी खिलाडिय़ों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अंत की गवाह बनेगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नेहरा इस मैच के बाद टी20 मैच से संन्यास लेंगे। भारत इस सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ ही तीन मैचों की वनडे सीरीज जीत कर आ रहा है। ऐसे में मौजूदा फॉर्म को देखें तो मेजबान टीम का पलड़ा ही किवी टीम पर भारी लग रहा है। लेकिन खेल के इस प्रारूप में किवियों ने हमेशा ही भारत को शिकस्त दी है। टी20 विश्व कप और अन्य सीरीज मिलाकर भारतीय टीम कभी भी न्यूजीलैंड से टी20 मैच नहीं जीत पाई।
वनडे सीरीज में भी उसने भारत को अच्छी खासी टक्कर दी थी। ऐसे में मेजबान उसे हल्के में लेने की कोशिश तो बिल्कुल नहीं करेंगे। टी20 के लिहाज से किवी टीम के पास कई अच्छे मैच विजेता खिलाड़ी हैं। कप्तान केन विलियमसन, मार्टिन गुप्टिल, टॉम लैथम, हेनरी निकोलस जैसे बल्लेबाज हैं। वहीं अनुभवी बल्लेबाज रॉस टेलर को टी20 सीरीज के लिए टीम में वापस बुलाया गया है।
ट्रेंट बोल्ट के रूप में उसके पास ऐसा गेंदबाज है जो भारतीय सरजमीं पर मेजबानों पर हावी रहा है। हाल ही में खत्म हुई वनडे सीरीज इसका उदहारण है। लेग स्पिनर ईश सोढ़ी के आने से उसे और मजबूती मिली है। भारत की मेजबानी में पिछले साल खेले गए टी20 विश्व कप में सोढी ने भारत को एकतरफा मात दी थी।
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