अजमेर। विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ ने शहर की बिजली व्यवस्था को निजी हाथों में देने का विरोध करते हुए बुधवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को इसके नुकसान बताते हुए इसे रोकने की मांग की। श्रमिक संघ के बैनर तले कर्मचारी कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। संघ का कहना है कि सरकार ने कर्मचारियों को विश्वास में लिए बगैर एकतरफा फैसला करते हुए करीब 40 हजार कर्मचारियों के साथ विश्वासघात किया है। सरकार के इस फैसले से बिजली और महंगी होगी। इसका सीधा भार जनता पर पड़ेगा। सरकार के अनुसार विद्युत निगम घाटे में चल रहा है। हमारी मांग है कि सरकार को घाटे का कारण बताते हुए श्वेत पत्र जारी करना चाहिए और जिनके कारण घाटा हो रहा है उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। संघ का कहना है कि निगम को पूंजीपतियों के हाथों में देने के बजाय सरकार को रिक्त पड़े पदों को भरना चाहिए। जिससे व्यवस्था को गति मिलती। संघ ने मांग की है कि अन्य विभागों की तरह विद्युत निगम भी कर्मचारियों को रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराए। [@ यहां पकौडे और चटनी के नाम रामायण के किरदारों पर] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
पीएम मोदी ने कहा, केंद्र ने पिछले नौ साल में मिशन मोड में योजनाएं लागू की हैं
कनाडा में भारतीय राजनयिक मिशनों के बाहर खालिस्तानी समर्थक विरोध-प्रदर्शन
निज्जर की हत्या पर ट्रूडो के आरोपों से अमेरिका को 'गहरी चिंता'
Daily Horoscope