नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम में तकाम पारियो को नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। पालिन विधानसभा सीट से विधायक पारियो पूर्व कांग्रेस सांसद तकाम संजय के भाई हैं। वह इस पद पर पेमा खांडू की जगह लेगें, जिन्हें गुरुवार देर रात पार्टी के 7 नेताओं के साथ निलंबित कर दिया गया था।
भाजपा से बढ़ती नजदीकियां बनी खांडू के निलंबन की वजह [@ यहां था पैदा होते ही बेटी को मार देने का रिवाज, अब बेटी ने ही किया नाम रोशन]
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के नेता पेमा खांडू पर भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते प्रभाव से पार्टी नेतृत्व नाराज था और यही उनके निलंबन का कारण बनीं। पीपीए ने सीएम पेमा खांडू के अलावा डिप्टी सीएम चोवना मेन और 5 विधायकों की पार्टी से सदस्यता अस्थायी तौर पर रद्द कर दी है। इन पांच विधायकों में जेम्बी टाशी (लुमला सीट), पासांग दोरजी सोना (मेचुका), चोव तेवा मेन (चोखाम), जिंगनू नामचोम (नामसाई) और कामलुंग मोसांग (मियाओ) शामिल हैं।
पीपुल्स
पार्टी ऑफ अरुणाचल से मुख्यमंत्री पेमा खांडू और छह अन्य विधायकों
को निलंबित किए जाने के बाद अरुणाचल प्रदेश की सियासत में नया सियासी नाटक
सामने आया है। खांडू की सरकार ने शुक्रवार को 49 विधायकों का समर्थन होने
का दावा किया। भाजपा ने भी खांडू को समर्थन देने की बात कही है।
पीपीए अध्यक्ष काहफा बेंगिया ने एक आदेश में कहा कि पार्टी के संविधान और 20 दिसंबर को कार्यकारी समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव के जरिए मिले अधिकार के तहत विधायकों को अस्थायी तौर पर प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। बेंगिया ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या इन साक्ष्यों से वह संतुष्ट थे कि ये लोग पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं।
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