अलवर। सरिस्का बाघ संरक्षित क्षेत्र की सीमा से सटे थानागाजी एरिया में पैंथर के हमलों को लेकर सरिस्का टाइगर फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने वन विभाग के लचर हालात और सरकारी सिस्टम को कटघरे में खड़ा किया। बैठक के दौरान सलाहकार मंडल के विशेषज्ञों में पूर्व चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन आर.एन. मेहरोत्रा, स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के पूर्व सदस्य धीरेंद्र गोधा, सरिस्का पार्क के पूर्व निदेशक सुनयन शर्मा, सरिस्का टाइगर फाउंडेशन के संस्थापक सचिव दिनेश दुर्रानी सहित सुधांशु मिश्रा आदि ने कहा कि ऐसी घटनाओं में सबसे पहले सही पैंथर की पहचान होना जरूरी है, ताकि उसे पकड़ा जा सके। लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिस प्रदेश में सैकड़ों पैंथर और 70 के आसपास बाघ हों, वहां ऐसी घटनाओं के बाद शिड्यूल-1 के इस जानवर की पहचान का कोई साइंटिफिक सिस्टम ही नहीं है। जिला प्रशासन-पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचकर निर्णय लेते हैं, जिनका वाइल्डलाइफ से कोई वास्ता नहीं। ऐसे में निर्णय सही कैसे हो सकते हैं। सरकार को चाहिए वो फोरेंसिक लैब बनाए और प्रकरण की पूरी जांच करके सही जानवर की पहचान की जाए। साथ ही हमलों के कारणों की जांच के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जानी चाहिए। इससे पहले सरिस्का से सितंबर से नवंबर 2016 के बीच पैंथर के लगातार हमले हुए थे, जिसके बाद दो पैंथर को पकडक़र जयपुर जू लाया गया था। तय हुआ था कि पैंथर को वहां नहीं छोड़ेंगे, लेकिन फिर उनको वहीं छोड़ दिया गया। इससे इस बात की आशंका बलवती है कि कहीं ये वही पैंथर तो नहीं हैं। मेहरोत्रा और दुर्रानी ने कहा कि हिमाचल में होने वाली घटनाओं की पहचान के लिए एक डॉक्टर ने फोरेंसिक जेनेटिक्स पर काफी काम किया है, जिसके चलते पहले फोरेंसिक लैब में पूरी जांच के बाद संबंधित जानवर को पकडऩे के प्रयास होते हैं। वहीं इससे इतर प्रदेश में घटनाओं के बाद गलत जानवर को सजा मिलती है और पुनरावृत्ति होती है। मामला चाहे रणथंभौर के बाघ टी-24 (उस्ताद) का हो या फिर सरिस्का में इससे पहले हुई घटनाओं का। [@ पर्यटकों को आकर्षित करेगी यह घाटी, नेचर से जुड़ सकेंगे पर्यटक] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope