डूंगरपुर-आसपुर। बेणेश्वर धाम से गुजरने वाली सोम, माही और जाखम तीनों नदियों के उफान पर होने से वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम बुधवार को टापू बन गया। मुख्यमंत्री के बुधवार को संभावित दौरे को लेकर वहां तैयारियों में जुटे सरकारी महकमों से जुड़े अधिकारी व कार्मिकों सहित 30 लोग पानी आने के कारण टापू पर फंस गए। बाद में स्थानीय गोताखोरों की मदद से पांच लोगों को टापू से बाहर लाया गया। बाकी अन्य लोग वहां सुरक्षित हैं। नदियों में उफान के कारण मंगलवार को बेणेश्वर के तीनों पुल डूब गए और पुलों पर करीब 4 से 8 फिट पानी की चादर चल गई थी।
गौरतलब है कि बुधवार को मुख्यमंत्री के बेणेश्वर धाम के संभावित दौरे को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग के एईएन, जेइएन सहित अन्य कार्मिक बेणेश्वर पर हेलिपेड की तैयारी कर रहे थे, लेकिन धाम के टापू बन जाने से पीडब्ल्यूडी कर्मचारी, मंदिर पुजारी, अन्य क्षेत्र के लोग व पुलिस के जवान सहित करीब 30 लोग टापू पर फंस गए थे। बुधवार शाम तक स्थानीय गोताखारों के साथ लकड़ी एवं मिटटी के बर्तन से किए जुगाड़ के सहारे पीडब्ल्यूडी के जेईएन रामेश्वर कुमार व अन्य 4 कार्मिक जान जोखिम में डालकर नदी पार कर टापू से बाहर निकल गए।
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