नई दिल्ली। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया है कि कश्मीर में हिंसा और आतंक
फैलाने के लिए पाकिस्तान एक बार फिर अपनी पुरानी रणनीति की तरफ लौट रहा
है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक कश्मीर में स्थानीय आतंकवादियों और
अलगाववादियों के बीच बढ़ते मतभेदों के बीच सीमा पार बैठे आतंक के सरगना
घाटी में किसी नए आतंकवादी संगठन की प्लानिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है
कि उनका फोकस हिज्बुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर जाकिर मूसा पर है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक
खुफिया सूत्र ने बताया, भारत को शक है कि पाकिस्तान की एजेंसियां कश्मीर के
संघर्ष को अब आजादी के लिए इस्लामिक उदय की तरह पेश करना चाहती हैं।
बुरहान वानी की हत्या के 10 महीने बाद अब पाकिस्तान का फोकस अब मूसा पर है।
पिछले
कुछ सप्ताह से सामने आ रहे बयान और सोशल मीडिया पर दिख रही तस्वीरें इसी
ओर इशारा कर रहे हैं। बीते कुछ दिनों में आतंकी बुरहान वानी के
उत्तराधिकारी जाकिर मूसा के बयान और कश्मीरी अलगाववादियों एवं यूनाइटेड
जिहाद काउंसिल के चीफ सैयद सलाहुद्दीन की प्रतिक्रिया के साथ ही सोशल
मीडिया में घूम रही तस्वीरें, विडियो-ऑडियो क्लिप्स इस बात का संकेत हैं कि
कश्मीर में आतंक फैलाने वालों के बीच गहरे मतभेद उभर आए हैं।
पाकिस्तान एक
बार फिर कश्मीर के लिए 1990 के दशक वाली रणनीति अपना रहा हो, जब इकलौते
आतंकी संगठन, जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) की जगह कई नए आतंकी
संगठनों ने ले ली थी। याद रहे कि 1993-94 तक कई आतंकी संगठन अस्तित्व में आ
गए थे।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope