बठिंडा। डेढ़ दर्जन से अधिक अपराधिक वारदातों में शामिल खूंखार अपराधी जसविंदर सिंह उर्फ काली को सीआईए स्टाफ बठिंडा ने पकडऩे में सफलता हासिल की है। यह जानकारी एसएसपी बठिंडा स्वपन शर्मा ने आज प्रैस कान्फ्रैंस दौरान दी। इस अवसर पर एस पी विनोद कुमार व सीआईए स्टाफ प्रभारी राजिन्द्र कुमार भी अपनी टीम के साथ उपस्थित थे।
एसएसपी ने बताया कि सीआईए स्टाफ टीम ने जसविंदर सिंह उर्फ काली पुत्र बलदेव सिंह निवासी गांव जय सिंह वाला को उसके गांव के पास ही नाका बंदी दौरान काबू किया। उससे मौके पर 270 ग्राम हेरोईन व एक रिवाल्वर 32 बोर उसके 6 जिंदा करतूस बरामद हुये। पकड़ी गई हैरोईन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक करोड़ तीस लाख रूपये आंकी गई है।
पुलिस सूत्रों अनुसार बाद में पूछताछ के बाद पुलिस ने जसविंदर सिंह की निशानदेही पर उनके खेत में मोटर वाले कमरे से एक बंदूक बारह बोर 4 जिंदा कारतूसों सहित बरामद करवाई गई। उसके विरूद्ध थाना संगत में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों अनुसार जसविंदर सिंह पर पंजाब , हरियाणा व राजस्थान में 19 अपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें से दो में वह अदालत का भगौड़ा है तथा बाकी 17 मामलों में वह पुलिस का भगौड़ा है। उस पर अधिकतर मामले पंजाब में दर्ज हैं।
एसएसपी ने यह भी बताया कि 25 अप्रैल 2013 को जसविंदर सिंह व उसका भाई कुलविंदर सिंह अपने साथी नाहरा सिंह निवासी गांव जय सिंह वाला जिला बठिंडा के साथ पंचकूला की अदालत में पेशी भुगत कर बठिंडा वापिस आ रहे थे तो उस समय आरोपी गांव माईसरखाना के पास पुलिस की आंखों में मिर्च डाल कर फरार हो गये थे। उस समय उक्त आरोपी पुलिस की एसएलआर राईफल छीनकर व हवलदार अवतार सिंह को गोली मार कर घायल कर फरार हो गये थे। पुलिस ने उनका पीछा किया तथा उससे अगले ही दिन 26-27 अप्रैल 2013 की मध्य रात गांव बहनीवाल जिला मानसा में आरोपियों के पुलिस के साथ हुये मुकाबले में कुलविंदर सिंह व नाहरा सिंह मारे गये जबकि जसविंदर सिंह फरार हो गया था। तब से पुलिस को उसकी तलाश थी।
एसएसपी अनुसार उसके बाद जसविंदर सिंह बाबू राय नामक व्यक्ति के सम्पर्क में आया तथा उसके पास भोपाल चला गया। उसके बाद बाबू राय ने जसविंदर सिंह को अपने मित्र यादव के पास इंदौर भेज दिया। वहां उसने अपना गेंग बना कर लूट-पाट की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। उसके साथ ही उसने नशा तस्करी भी शुरू कर दी। वहां वह बाहुबली बन गया तथा जबरदस्ती व्यवसाय पर कब्जा जमाने लगा। परन्तु वहां पुलिस की नजर में आने के कारण वह फिर पंजाब अपने गांव आ गया व अपने पुराने गेंग को सरगर्म करने में लग गया।
एसएसपी ने यह भी बताया कि जसविंदर सिंह के परिवार के सदस्यों ने मानसा पुलिस पर दवाब बनाने के लिये जसविंदर सिंह उर्फ काली के पुलिस मुकाबले में मारे जाने सम्बंधी पंजाब हरियाणा उच्च न्यायलय में याचिका दाखिल की थी। परन्तु जसविंदर सिंह के पकड़े जाने के बाद सच्चाई सामने आ गई व आम लोगों ने राहत की सांस ली है।
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