नोएडा। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी तक 121 लोगों की मौत इस हादसे में हुई है। इस घटना में गौतमबुद्ध नगर से सत्संग में भाग लेने गई 5 महिलाओं में से 2 की मौत हो चुकी है और 3 का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
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जानकारी के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर के दादरी गांव से महिलाएं इस सत्संग में भाग लेने के लिए पहुंची हुई थी। मृतक महिलाएं दादरी गांव की रहने वाली थी। जिनमें 69 वर्षीय सुमन्ना देवी और 73 वर्षीय प्रेमवती की भगदड़ में दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 3 महिलाएं बबीता, अनीता और कमलेश घायल हैं।
इन सभी घायलों का इलाज सेक्टर-39 जिला अस्पताल में चल रहा है।
गौतमबुद्ध नगर के दादरी के तुलसी विहार कॉलोनी में रहने वाली प्रेमवती भी इस सत्संग में अपनी बेटी और अन्य महिलाओं के साथ गई हुई थीं। प्रेमवती की बेटी कमलेश भी इस घटना में घायल हुई हैं। उनका इलाज अभी जिला अस्पताल में चल रहा है।
बेटी के मुताबिक, मंगलवार को जब सत्संग समाप्त हुआ तो सभी श्रद्धालु बाबा के पैरों की धूल लेने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान हुई भगदड़ में उनकी मां नीचे दब गई। कमलेश ने खुद को किसी तरीके से संभाला और मां को भीड़ से निकालने की कोशिश की, लेकिन भीड़ का झोंका मां को रौंदता हुआ आगे बढ़ गया।
इस आयोजन को लेकर हाई लेवल की जांच शुरू हो चुकी है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे वाली जगह का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को ये साफ तौर पर निर्देश दिए हैं कि इस हादसे के गुनाहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। खुद बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फिलहाल लापता हैं। उसके बारे में किसी को कोई खबर नहीं है।
--आईएएनएस
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