महोबा । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड की धरती आने वाले दिनों में सोना
उगलेगी। इस दिशा में अर्जुन सहायक परियोजना की बड़ी भूमिका होगी। बुंदेलखंड
को जिस विकास की आस थी, उसे वह हक मिलना ही चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को महोबा जनपद में अर्जुन सहायक
परियोजना के लहचूरा बांध का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद वहां उपस्थित
जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2600 करोड़
रुपये की लागत वाली अर्जुन सहायक परियोजना से महोबा, हमीरपुर और बांदा जिले
के किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएगा। एक-दो माह में इस
परियोजना को पूर्ण कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका लोकार्पण
कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि धसान नदी पर बनी इस परियोजना से
महोबा, बांदा और हमीरपुर के 168 गांवों के 1़5 लाख किसानों को सिंचाई की
सुविधा मिलेगी। चार लाख लोगों को शुद्घ पेयजल मिलना सुनिश्चित होगा। 15,000
हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
योगी ने कहा कि
नदी भारत की संस्कृति व परंपरा एवं जल के पवित्र स्रोत का आधार रही है। हर
नदी को मां का संबोधन देकर गंगा मैया की तरह हमने पूजा है। देशकाल व
परिस्थिति के अनुरूप एक-एक बूंद जल का नियोजन होना चाहिए था, लेकिन आजादी
के बाद तत्कालीन सरकारों ने इसे लेकर कोई प्रयास नहीं किया। कुछ योजना बनी
भी तो धन की कमी आड़े आ गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि
महोबा से मेरा विशेष लगाव है। यह वीरभूमि है, आस्था की भूमि है। यहां की कई
विशेषताएं हमें आध्यात्मिक और ऐतिहासिक परंपराओं से जोड़ती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार यहां तेजी से विकास
कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने यहां के 168
गांव को सिंचाई की सुविधा से तथा चार लाख लोगों को पेयजल की सुविधा से
वंचित कर रखा था। यहां की योजनाएं कई सालों से लंबित पड़ी थीं। अब हम इस
क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर कई स्तर पर कार्य कर रहे हैं। बुंदेलखंड को
एक्सप्रेसवे, डिदेंस कॉरिडोर और जल जीवन मिशन जैसी परियोजनाएं नई ऊंचाई पर
ले जाएंगी।
अर्जुन सहायक परियोजना से चार लाख लोगों को शुद्घ पेयजल
की सुविधा मिलने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि शुद्घ पेयजल से आधी
बीमारियां अपने आप दूर हो जाएंगी। बुंदेलखंड में हम जल जीवन मिशन के तहत हर
घर नल से जल पहुंचा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को
निर्देशित किया कि वह जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर स्थानीय नौजवानों को
प्लंबिंग की ट्रेनिंग देने की कार्ययोजना बनाएं। इससे यहां के नौजवानों को
जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव रोजगार मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने
अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस बात के लिए भी प्रेरित किया कि वे
संस्थाओं के सीएसआर फंड के जरिए स्कूलों का कायाकल्प कराएं।
--आईएएनएस
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