गोण्डा। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के साथ कैम्प कार्यलय में गोष्ठी आयोजित की, जिसमें लंबित अभियोगों के विवेचना, लंबित जांच प्रार्थना पत्रों और प्रारंभिक जांचों की स्थिति की समीक्षा की गई। इस दौरान महोदय ने अधिकारियों से लंबित विवेचनाओं और अभियोगों के निस्तारण में आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी ली और इन्हें शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए।
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विशेष रूप से अनावरित अभियोगों, इनामिया व जिलाबदर अभियुक्तों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। साथ ही, गैंगेस्टर मामलों में धारा 14(1) के तहत संपत्ति जब्तीकरण की प्रक्रिया की जांच की गई और अपराधियों के खिलाफ एचएस खोले जाने की स्थिति पर भी चर्चा की गई। महोदय ने पेशेवर अपराधियों को चिन्हित कर अधिक से अधिक गैंग रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, बीएनएसएस की धारा 107 के तहत अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया। ऑपरेशन कनविक्शन के तहत चिन्हित वादों और मुकदमों की समीक्षा की गई, और नए मुकदमे चिन्हित करने के निर्देश दिए गए।
वाहन चोरी और नकबजनी के अपराधों को रोकने के लिए रात्रिगश्त को और प्रभावी बनाने, प्रमुख चौराहों और संवेदनशील क्षेत्रों पर बैरियर लगवाने की योजना बनाई गई। पुलिस अधीक्षक महोदय ने जनपद के बॉर्डर सीलिंग प्लान की भी समीक्षा की, जिसमें 33 स्थानों पर बैरियर लगाने का प्रस्ताव रखा गया है।
साथ ही, पीड़ित फरियादियों की समस्याओं को सहानुभूति से सुनकर तत्काल निस्तारण की प्रक्रिया पर भी जोर दिया गया।
इस बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मनोज कुमार रावत, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय और जनपद के सभी क्षेत्राधिकारी मौजूद रहे।
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