चित्रकूट। उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र के करारी गांव में कथित रूप से फांसी के फंदे पर लटकी मिली अधेड़ के शव के मामले में दुष्कर्म पीड़िता के पति सहित मौजूदा ग्राम प्रधान व अन्य चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने बुधवार की देर शाम हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस पर दो सप्ताह पूर्व न्यायालय के आदेश पर मृतक के बेटे के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने वाली दलित महिला ने गुरुवार को आरोप लगाया कि ‘दुष्कर्म के मामले से बचने के लिए आरोपी ने खुद अपने पिता की हत्या कर उसके पति व परिजनों को फर्जी फंसा दिया है।’ ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एससी/एसटी न्यायालय (एफटीसी) में सीआरपीसी की धारा-156(3) के तहत प्रार्थना पत्र देकर करारी गांव के राजाभैया सिंह के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या-492/18, धारा-376, 323, 504 और 3(2)5 एससी-एसटी एक्ट के तहत 17 जुलाई को मामला दर्ज कराने वाली दलित महिला ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक चित्रकूट को दिए शिकायती पत्र में कहा कि ‘सोमवार से लेकर बुधवार तक लगातार वह अपने पति के साथ धारा-161 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराने और चिकित्सीय जांच के लिए कर्वी कोतवाली में मौजूद रही। बुधवार को उसकी चिकित्सीय जांच हो पायी है और गुरुवार को सीओ सदर उसका अदालत में धारा-164 के तहत बयान दर्ज कराने वाले थे। लेकिन इसी बीच मंगलवार की रात दुष्कर्म का आरोपी राजाभैया सिंह जमीनी विवाद के चलते अपने पिता दादू भाई सिंह (62) की खुद हत्या कर गांव से बाहर नाले के पास बबूल के पेड़ पर फांसी पर लटका दिया और उसके पति कल्लू, भतीजा सुशील व देवर कमलेश के अलावा मौजूदा ग्राम प्रधान कोदा कोरी और ग्राम प्रधान के दो सगे भाइयों रामकुमार व मिठाईलाल के खिलाफ अपने छोटे भाई रज्जू से फर्जी हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया है।’ उसने बताया कि ‘कर्वी कोतवाली पुलिस ने उसके पति और भतीजा सुशील व ग्राम प्रधान को बुधवार की रात करीब सा-सजय़े दस बजे से अपनी हिरासत में लिए है।’
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि ‘दुष्कर्म का आरोपी अपराधी किस्म का है और कुछ साल पहले अपनी पत्नी की जहर देकर हत्या कर चुका है।’ दुष्कर्म पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में सवाल किया कि ‘राजाभैया न तो अपने पिता का शव देखने घटनास्थल गया और न ही पोस्टमाॅर्टम के समय ही मौजूद रहा, आखिर क्यों? उसने कहा कि ‘अगर पुलिस राजाभैया और उसके चाचा मुन्ना सिंह से पूछताछ करगीे तो दोषी सामने आ जाएगा और निर्दोष बच जाएंगे।’
इस पूरे मामले में सदर कोतवाली के निरीक्षक अनिल सिंह का कहना है कि ‘कुछ नामजद आरोपियों को
पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया गया है। मृतक का बड़ा बेटा घर से गायब है, उसकी तलाश की जा रही है।’ उधर, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार -हजया ने गुरुवार को कहा कि ‘घटना की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है, दोषी पर मुरव्वत नहीं होगी।’
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